रायपुर / ETrendingIndia / 2000 रुपये वैध मुद्रा , संसद समिति को दी गई जानकारी
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने स्पष्ट किया है कि ₹2000 के नोट अब प्रचलन में नहीं हैं।
लेकिन, 2000 रुपये वैध मुद्रा बने हुए हैं और इन्हें अस्वीकार नहीं किया गया है।
उन्होंने यह जानकारी संसद की वित्तीय स्थायी समिति को भारत की आर्थिक स्थिति पर ब्रीफिंग देते हुए दी।
सांसदों ने उठाए सवाल
कई सांसदों ने बैठक में यह सवाल उठाया कि क्या ₹2000 के नोट अब पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं?
इस पर गवर्नर ने कहा कि इन नोटों को अमान्य घोषित नहीं किया गया है, वे अब भी वैध हैं।
नकली नोटों पर बढ़ती चिंता
एक सांसद ने बैठक में बताया कि एजेंसियों ने अब तक 1.12 लाख नकली ₹500 नोट जब्त किए हैं।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि 6 करोड़ से ज्यादा ऐसे नोट प्रचलन में हैं, इसलिए यह संख्या बहुत अधिक नहीं मानी जा सकती।
इस पर RBI गवर्नर ने जवाब दिया कि ₹500 के नकली नोटों की संख्या में 37% की वृद्धि हुई है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार और रिज़र्व बैंक मिलकर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।
निष्कर्षतः:
2000 रुपये वैध मुद्रा बने रहेंगे, चाहे वे प्रचलन से बाहर हो गए हों।
RBI और सरकार नकली नोटों के खतरे को लेकर गंभीर हैं और इस दिशा में निरंतर कदम उठा रहे हैं।