ETrendingIndia छत्तीसगढ़ ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में खनिज राजस्व के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के कुशल नेतृत्व और खनिज विभाग की दूरदर्शी रणनीतियों के चलते राज्य को छत्तीसगढ़ खनिज राजस्व 2024-25 में ₹14,195 करोड़ की रिकॉर्ड प्राप्ति हुई है। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 11% अधिक है, जो राज्य की आर्थिक मजबूती और कुशल प्रशासन का परिचायक है।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि में जिला दंतेवाड़ा ने सबसे बड़ा योगदान दिया है, जहां से ₹6,580 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त, कोरबा, रायगढ़, बालोद, सरगुजा, बलौदाबाजार, कांकेर और सूरजपुर जैसे जिलों ने भी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी निभाई। यह सफलता राज्य के समावेशी खनिज विकास मॉडल को दर्शाती है।

विशेष रूप से, ई-नीलामी प्रणाली की भूमिका इस वृद्धि में अहम रही है। वर्ष 2015 से लागू इस प्रणाली ने पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धा के माध्यम से अतिरिक्त राजस्व अर्जन में मदद की है। इससे राज्य को न केवल रॉयल्टी, बल्कि प्रीमियम के रूप में भी अतिरिक्त आय मिली है, जो आंकड़ों में स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रही है।

इसके अलावा, राज्य सरकार खनिज विकास मद के माध्यम से अधोसंरचना और सामाजिक विकास को भी प्राथमिकता दे रही है। आगामी वर्ष में रेल कॉरिडोर जैसी योजनाओं पर विशेष बल दिया जाएगा। कुल मिलाकर, यह उपलब्धि राज्य के समग्र विकास और सुशासन की दिशा में एक मजबूत कदम है।