रायपुर / ETrendingIndia / हांगकांग अपार्टमेंट आग में मौतों का आंकड़ा बढ़ा
हांगकांग में बुधवार को लगी भीषण हांगकांग अपार्टमेंट आग ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। इस आग में अब तक 151 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
इसके अलावा, 40 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं। इसलिए बचाव टीमें हर इमारत की तलाशी जारी रखे हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कई शव पूरी तरह राख में बदल चुके हैं, जिससे पहचान मुश्किल हो रही है।
जांच में 13 गिरफ्तार, सबस्टैंडर्ड सामग्री पर बड़ा खुलासा
सोमवार को पुलिस ने 13 लोगों को गैर-इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया।
अधिकारियों ने बताया कि हांगकांग अपार्टमेंट आग में तेजी से फैलाव का कारण सबस्टैंडर्ड रेनोवेशन सामग्री थी।
जांच में पता चला कि ग्रीन मेश और फोम इंसुलेशन फायर-रेसिस्टेंट नहीं थे, जबकि उन्हें होना चाहिए था।
इसके अलावा, मरम्मत कार्य के दौरान ठेकेदारों ने इन्हें छिपाने की कोशिश की, जिससे निरीक्षण में खामियां रह गईं।
चेतावनियों के बावजूद खतरा बढ़ा, लोग गुस्से में
रिपोर्टों के अनुसार, आग लगने से पहले भी निवासियों ने कई शिकायतें दर्ज कराई थीं।
उन्होंने कहा था कि निर्माण में इस्तेमाल हो रही सामग्री ज्वलनशील है। लेकिन, फिर भी अधिकारियों ने उन्हें “कम आग जोखिम” वाला क्षेत्र बताया।
इसी कारण हांगकांग अपार्टमेंट आग को लेकर जनता का गुस्सा बढ़ रहा है।
बीजिंग ने चेतावनी दी है कि कोई भी “एंटी-चाइना” प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पीड़ितों के लिए सहायता, हजारों लोग बेघर
इस समय 4,000 से अधिक लोग इन इमारतों में रहते थे।
इस आग के बाद 1,100 से अधिक लोग अस्थायी आवासों में भेजे गए हैं। जबकि 680 अन्य को होटल और युवा हॉस्टलों में रखा गया है।
सरकार ने प्रत्येक प्रभावित परिवार को 10,000 हांगकांग डॉलर की आपात राहत राशि देने की घोषणा की है।
इसके अलावा, उन्हें नए पहचान पत्र और पासपोर्ट जैसे दस्तावेज़ जारी करने में विशेष सहायता दी जा रही है।
शहर की सबसे घातक आग, चुनाव से पहले बढ़ी चिंता
यह हांगकांग अपार्टमेंट आग 1948 के बाद शहर की सबसे घातक आग मानी जा रही है।
तब एक गोदाम में आग लगने से 176 लोग मारे गए थे।
अब, जब शहर में चुनाव होने वाले हैं, यह दुर्घटना सरकार की सुरक्षा नीतियों पर नए सवाल खड़े कर रही है।
अधिकारियों ने कहा है कि पूरी जांच में हफ्तों लग सकते हैं।
