रायपुर / ETrendingIndia / सऊदी अरब तेल कीमत कटौती , जनवरी में एशिया के लिए तेल कीमतों में पांच साल की सबसे बड़ी कमी
सऊदी अरब ने एशियाई खरीदारों के लिए अरब लाइट क्रूड के जनवरी प्रीमियम में कटौती की है। यह प्रीमियम अब ओमान/दुबई बेंचमार्क से सिर्फ साठ सेंट प्रति बैरल अधिक है। यह स्तर पिछले पांच वर्षों में सबसे कम है, इसलिए बाजार में दबाव साफ दिख रहा है। इसके अलावा, दिसंबर के लिए यह प्रीमियम एक डॉलर था, जिससे लगातार दूसरे महीने कमी दर्ज की गई है।
वैश्विक बाजार में बढ़ती आपूर्ति का असर
वैश्विक तेल आपूर्ति लगातार बढ़ रही है, जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ा है। ओपेक और उसके सहयोगी देश, खासकर रूस, उत्पादन में वृद्धि कर रहे हैं। हालांकि, आठ सदस्य देशों ने पहली तिमाही 2026 के लिए उत्पादन वृद्धि पर विराम लगा दिया है। इसके बावजूद, अप्रैल 2024 से अब तक लगभग 2.9 मिलियन बैरल प्रतिदिन उत्पादन लक्ष्य बढ़ चुका है। इस कारण बाजार में संभावित अधिशेष की आशंका बढ़ी है।
अमेरिका और ब्राज़ील की अतिरिक्त आपूर्ति से बढ़ी चिंता
अमेरिका और ब्राज़ील से भी अतिरिक्त तेल आपूर्ति हो रही है। इसलिए, बाजार में अधिशेष की संभावना और गहराई है। ओपेक ने नवंबर रिपोर्ट में 2026 के लिए ओपेक+ क्रूड की मांग अनुमान में एक लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती की है। साथ ही, अगले वर्ष के लिए अधिशेष का अनुमान बीस हजार बैरल प्रतिदिन लगाया गया है।
दुबई बाजार में गिरावट और एशियाई कीमतों पर असर
दुबई कैश मार्केट में भी लगातार गिरावट देखी गई है। दिसंबर में प्रीमियम औसतन सत्तर सेंट रहा, जबकि नवंबर में यह नब्बे सेंट था। इसलिए, सऊदी अरब की कीमतों में यह कटौती स्वाभाविक मानी जा रही है। सऊदी का यह कदम महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके आधार पर ईरान, कुवैत और इराक भी अपनी एशियाई तेल कीमतें निर्धारित करते हैं। इस प्रकार, लगभग नौ मिलियन बैरल प्रतिदिन तेल की एशियाई कीमतें इस फैसले से प्रभावित होंगी।
