रायपुर/ ETrendingIndia / देश की प्रमुख ई‑कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) लाइसेंस प्राप्त हो गया है। इस लाइसेंस के माध्यम से अब फ्लिपकार्ट स्वयं ग्राहकों और प्लेटफॉर्म पर कार्यरत विक्रेताओं को ऋण (लोन) प्रदान कर सकेगी।
फ्लिपकार्ट को NBFC लाइसेंस मिलने से ग्राहकों और विक्रेताओं को सीधा लाभ मिलेगा।
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी इस लाइसेंस के तहत फ्लिपकार्ट अब अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद उपयोगकर्ताओं
और छोटे विक्रेताओं को सीधे ऋण प्रदान कर सकेगा।
इससे डिजिटल खरीदारी को सरल बनाने के साथ-साथ व्यापारियों को अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए
आवश्यक पूंजी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम ई‑कॉमर्स और फिनटेक के बेहतर एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण
पहल है, जिससे वित्तीय सेवाओं का दायरा भी बढ़ेगा।
फ्लिपकार्ट, जो कि अमेरिकी रिटेल दिग्गज वॉलमार्ट के स्वामित्व में है, अब अपने वित्तीय सेवा खंड को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है।
NBFC लाइसेंस से उसे वित्तीय गतिविधियों में अधिक नियंत्रण और लचीलापन प्राप्त होगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम ई‑कॉमर्स और फिनटेक के एकीकरण को बढ़ावा देगा और ग्राहकों के लिए डिजिटल खरीदारी को और सरल व सुगम बनाएगा।
साथ ही, छोटे व्यापारियों को भी व्यवसाय बढ़ाने के लिए पूंजी उपलब्ध होगी।