रायपुर/ ETrendingIndia / मरुस्थलीकरण और सूखा रोकथाम , जोधपुर स्थित एएफआरआई में आज 17 जून को “मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की रणनीति” विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित होगी।
17 जून को जोधपुर स्थित अरिड फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट (AFRI) में “मरुस्थलीकरण और सूखा रोकथाम”
विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला की अध्यक्षता केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने की, जबकि
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला में भूमि पुनर्स्थापन, जलवायु सहनशीलता, जैव विविधता संरक्षण और सूखा पूर्व चेतावनी प्रणाली को
मजबूत करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श हुआ।
यह आयोजन विश्व मरुस्थलीकरण और सूखा रोकथाम दिवस के अवसर पर किया गया।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव कार्यशाला की अध्यक्षता करेंगे।
इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी उपस्थित रहेंगे।
यह कार्यशाला विश्व मरुस्थलीकरण दिवस के अवसर पर आयोजित की जा रही है।
कार्यशाला की थीम “भूमि को पुनर्स्थापित करें, अवसरों को खोलें” के अनुरूप भूमि पुनर्स्थापन, जलवायु
सहनशीलता, जैव विविधता और सतत ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित रहेगी।
इसमें एएफआरआई द्वारा राजस्थान के लुनावास भाकर में संचालित कैंपा-वित्त पोषित परियोजना जैसे नवाचारों को प्रस्तुत किया जाएगा।
कार्यशाला में 2030 तक भारत की “भूमि क्षरण तटस्थता” प्राप्त करने की प्रगति की समीक्षा और सूखा पूर्व चेतावनी प्रणाली को सुदृढ़ करने पर भी चर्चा होगी।