रायपुर / ETrendingIndia / बांग्लादेश में दुर्गा मंदिर विध्वंस , भारत ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका के खीलखेेत इलाके में दुर्गा मंदिर विध्वंस की कड़ी निंदा की है। इस घटना को लेकर भारत ने मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि उग्रवादियों द्वारा मंदिर को गिराने की मांग की जा रही थी। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह मंदिर को सुरक्षा देती। लेकिन इसके विपरीत, इसे अवैध भूमि उपयोग का मामला बताकर नजरअंदाज किया गया।
उन्होंने बताया, मंदिर गिराए जाने के दौरान मूर्ति को भी क्षति पहुंची, जिसे बाद में हटाया गया। यह केवल एक धार्मिक स्थल पर हमला नहीं, बल्कि हिंदू समुदाय की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता पर बड़ा प्रश्न है।
इससे पहले भी, बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले में एक और महास्त्री मनसा और दुर्गा मंदिर को उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त किया। इस घटना को Human Rights Congress for Bangladesh Minorities (HRCBM) ने अल्पसंख्यकों को डराने की साजिश बताया था।
भारत ने स्पष्ट कहा कि यह बांग्लादेश सरकार की जिम्मेदारी है कि वह हिंदू समुदाय, उनकी संपत्तियों और धार्मिक स्थलों की रक्षा सुनिश्चित करे। इस तरह की घटनाएं बार-बार सामने आना बेहद चिंताजनक है।
अंत में, भारत ने बांग्लादेश से मांग की है कि ऐसे हमलों को रोका जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। साथ ही, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए स्पष्ट और मजबूत नीति अपनाई जाए।