रायपुर / ETrendingIndia / ट्रंप 25% टैरिफ घोषणा , टैरिफ लागू करने की आधिकारिक घोषणा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को ऐलान किया कि जापान और दक्षिण कोरिया से आने वाले सामानों पर 25% आयात शुल्क लगाया जाएगा।
यह टैरिफ 1 अगस्त 2025 से प्रभावी होगा। ट्रंप ने यह जानकारी दोनो देशों के नेताओं को भेजी गई चिट्ठियों में दी।
उन्होंने चेतावनी दी कि,
“अगर आप अपने टैरिफ बढ़ाते हैं, तो हम भी अपने टैरिफ में उसी अनुपात में वृद्धि करेंगे।”
अन्य देशों पर भी नई दरें लागू
इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि:
- मलेशिया और कज़ाखस्तान पर भी 25% टैरिफ लगाया जाएगा।
- दक्षिण अफ्रीका पर 30% और
- लाओस तथा म्यांमार पर 40% आयात शुल्क लागू होगा।
अब तक केवल ब्रिटेन और वियतनाम के साथ ही टैरिफ से बचने के लिए समझौते हो चुके हैं।
बाजार में हलचल और देशों की प्रतिक्रिया
घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई।
- S&P 500 इंडेक्स में 1% से अधिक की गिरावट आई।
- टोयोटा और होंडा के शेयर क्रमश: 4.1% और 3.8% गिरे।
- डॉलर ने जापानी येन और कोरियाई वोन के मुकाबले मजबूती दिखाई।
दक्षिण कोरिया और इंडोनेशिया ने वॉशिंगटन में प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं, जबकि थाईलैंड ने यूएस निर्यात पर शून्य टैरिफ प्रस्ताव दिया है।
ब्रिक्स और यूरोपियन यूनियन पर असर
ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को चेताया है कि अगर वे “एंटी-अमेरिकन” नीतियों का समर्थन करते हैं, तो उन पर अतिरिक्त 10% टैरिफ लगाया जाएगा।
ब्रिक्स में ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और यूएई शामिल हैं।
यूरोपीय यूनियन को फ़िलहाल ट्रंप की ओर से कोई चिट्ठी नहीं मिली है, लेकिन खाद्य और कृषि उत्पादों पर 17% टैरिफ लगाने की बात कही गई है।
EU और अमेरिका के बीच समझौते को लेकर अभी भी 24 से 48 घंटे की डेडलाइन पर बातचीत जारी है।
निष्कर्षतः
ट्रंप 25% टैरिफ घोषणा के बाद वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मच गई है।
जहां कई देश टैरिफ से बचने के लिए समझौते की कोशिश कर रहे हैं, वहीं निवेश और बाजार पर भी इसका असर दिखने लगा है।
अगले कुछ दिन व्यापारिक कूटनीति और वैश्विक गठबंधनों के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं।