रायपुर / ETrendingIndia / Memories of Guru Dutt”, centenary celebrations held in Kolkata /गुरु दत्त शताब्दी समारोह , गुरु दत्त की 100 वीं जयंती के उपलक्ष्य में कोलकाता के Kolkata Centre for Creativity (KCC) में गत 11 जुलाई को “ये दुनियां अगर मिल भी जाएं तो क्या है : यादें गुरुदत्त की” नाम से श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया ।
गुरु दत्त शताब्दी समारोह , कार्यक्रम में मुख्य भाषण जेएनयू की फिल्म‑स्कॉलर प्रो. ईरा भास्कर ने ‘भाव, लेखन और विचारधारा’ विषय पर दिया ।
जिसमें उन्होंने गुरु दत्त के बंगाली सांस्कृतिक प्रभावों पर प्रकाश डाला गया ।
द्वितीय सत्र में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रो. मधुजा मुखर्जी ने ‘प्यासा’ फिल्म का विश्लेषण प्रस्तुत किया, जिसमें इसे बहुआयामी सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से समझाया गया ।
विशेष स्क्रीनिंग और प्रदर्शनी भी लगाई गई। नासरीं मुन्नी कबीर द्वारा निर्देशित डॉक्यूमेंटरी “In Search of Guru Dutt” का प्रदर्शन, जिसकी ऑनलाइन भूमिका उन्होंने स्वयं दी ।
बहुप्रतीक्षित क्लासिक ‘प्यासा’ की रीस्टोरड स्क्रीनिंग, जिसे NFDC‑NFAI के सहयोग से प्रदर्शित किया गया ।
कोलाज, डिजिटल पोस्टर्स और फिल्म स्टिल्स की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
इसमें गुरु दत्त के जीवन और उनके कोलकाता से जुड़े सांस्कृतिक पहलुओं को उजागर किया गया ।
समारोह का उद्देश्य गुरु दत्त के सिनेमा, उनके भावनात्मक दृष्टिकोण और बंगाली सांस्कृतिक प्रभाव को पुनर्जीवित करना था, जिससे उनकी फिल्मी विरासत नए दर्शकों तक पहुँच सके ।