रायपुर / ETrendingIndia / दुबई में भारत का रसायन ओलंपियाड में शानदार प्रदर्शन
दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित 57वें अंतरराष्ट्रीय रसायन ओलंपियाड (IChO 2025) में भारतीय छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चार पदक अपने नाम किए। प्रतियोगिता 5 से 14 जुलाई तक आयोजित हुई थी।
भारत की ओर से भाग लेने वाले चारों छात्रों ने पदक जीते – जिनमें दो स्वर्ण और दो रजत शामिल हैं। यह भारत की अंतरराष्ट्रीय विज्ञान प्रतियोगिताओं में निरंतर सफलता का प्रमाण है।
🥇 H2: पदक विजेताओं के नाम और राज्य
स्वर्ण पदक विजेता हैं:
- देवेश पंकज भैया – जलगांव, महाराष्ट्र
- संदीप कुचि – हैदराबाद, तेलंगाना
रजत पदक विजेता हैं:
- देबदत्ता प्रियदर्शी – भुवनेश्वर, ओडिशा
- उज्ज्वल केसरी – नई दिल्ली
इन छात्रों की उपलब्धि से देश को गर्व की अनुभूति हुई है। भारत कुल मिलाकर छठवें स्थान पर रहा, साथ ही यूक्रेन, उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान और इज़राइल के साथ रैंक साझा की।
🎓 H2: देश की ओर से उत्कृष्ट मार्गदर्शन
इस उपलब्धि के पीछे विशेषज्ञों की समर्पित टीम का भी बड़ा योगदान है। भारतीय दल का मार्गदर्शन किया:
- प्रो. अंकुश गुप्ता (HBCSE, मुंबई) – मुख्य मेंटर
- प्रो. सीमा गुप्ता (आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज, दिल्ली) – मेंटर
- डॉ. नीरजा दशपुत्रे (IISER पुणे) और डॉ. अमृत मित्रा (सिंगुर, प. बंगाल) – वैज्ञानिक पर्यवेक्षक
इन शिक्षकों की मेहनत और मार्गदर्शन से छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए उत्कृष्ट तैयारी मिली।
📘 H2: ओलंपियाड चयन की राष्ट्रीय प्रक्रिया
भारत में अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड के लिए चयन प्रक्रिया का संचालन होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केंद्र (HBCSE), टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) द्वारा किया जाता है।
HBCSE गणित, भौतिकी, रसायन, जीवविज्ञान, खगोलशास्त्र और खगोल-भौतिकी जैसे विषयों के लिए राष्ट्रीय ओलंपियाड परीक्षाएं आयोजित करता है, जो वैश्विक स्तर तक पहुंचने का पहला चरण होती हैं।
✅ H3: निष्कर्षतः – वैश्विक मंच पर भारत की रसायन प्रतिभा का जलवा
रसायन ओलंपियाड में भारत का प्रदर्शन न केवल देश की शिक्षा गुणवत्ता को दर्शाता है, बल्कि छात्रों की वैज्ञानिक सोच और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आत्मविश्वास का प्रतीक भी है।
निष्कर्षतः, यह उपलब्धि भारतीय शिक्षा और विज्ञान को नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने वाला एक और प्रेरणादायक कदम है।
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