रायपुर / ETrendingIndia / भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता , भारत और यूके के बीच ऐतिहासिक समझौता
भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता , प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर आज महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता के लिए मुलाकात कर रहे हैं। इस बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जो कि दोनों मित्र देशों के लिए आर्थिक और रणनीतिक रूप से लाभकारी सिद्ध होगा।
रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा
इस द्विपक्षीय बातचीत का मुख्य उद्देश्य भारत और ब्रिटेन के रणनीतिक संबंधों में नई गति लाना है। व्यापार, निवेश, रक्षा और प्रौद्योगिकी जैसे कई अहम क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने की योजना है।
ब्रिटेन में £6 बिलियन का निवेश, 2200 नई नौकरियां
ब्रिटिश सरकार द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस समझौते से £6 बिलियन (लगभग ₹63,000 करोड़) से अधिक का निवेश और निर्यात सौदे संभव होंगे। इससे ब्रिटेन में 2200 से अधिक नई नौकरियां पैदा होंगी।
यह निवेश विशेष रूप से एयरोस्पेस, टेक्नोलॉजी और उन्नत विनिर्माण क्षेत्रों में होगा, जो ब्रिटेन के हर कोने में इंजीनियरों, तकनीशियनों और सप्लाई चेन वर्कर्स के लिए अवसर लाएगा।
दोनों देशों के व्यापार को मिलेगा प्रोत्साहन
FTA से भारतीय कंपनियों को ब्रिटिश बाजार में और ब्रिटिश कंपनियों को भारतीय बाजार में विस्तार करने का रास्ता मिलेगा। यह समझौता दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में पारदर्शिता, विश्वसनीयता और गति लाएगा।
निष्कर्ष: वैश्विक मंच पर मजबूत साझेदारी की ओर कदम
भारत और यूके के बीच यह FTA सिर्फ आर्थिक समझौता नहीं है, बल्कि यह वैश्विक मंच पर एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी की नींव है।
यह सहयोग आने वाले वर्षों में न केवल व्यापारिक वृद्धि को बढ़ावा देगा, बल्कि रोजगार, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में भी बड़े बदलाव लेकर आएगा।