रायपुर / ETrendingIndia / झालावाड़ स्कूल हादसे में 5 छात्रों की दर्दनाक मौत
राजस्थान के झालावाड़ ज़िले के पिपलौदी गांव में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। सुबह की प्रार्थना के बाद स्कूल की छत गिरने से झालावाड़ स्कूल हादसा सामने आया, जिसमें 5 छात्रों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
हादसा मनोहरथाना क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय में हुआ। उस समय कक्षा 7 के लगभग 25 से 30 छात्र कक्षा में मौजूद थे। अचानक छत गिरने से सभी छात्र मलबे में दब गए।
स्थानीय लोगों ने तुरंत शुरू किया बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद गांववालों और स्कूल स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। गंभीर रूप से घायल 11 छात्रों को पहले मनोहरथाना अस्पताल और फिर झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया।
डॉ. कौशल लोढ़ा ने बताया कि कुछ छात्रों की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। राहत कार्य अब भी जारी है ताकि कोई छात्र मलबे में न फंसा रह जाए।
पीएम मोदी, राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री ने जताया शोक
झालावाड़ स्कूल हादसा देशभर में शोक की लहर ले आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो इस समय मालदीव यात्रा पर हैं, ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “झालावाड़ में स्कूल हादसा अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस दुर्घटना को “अत्यंत हृदयविदारक” बताया और घायल छात्रों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घायलों को सर्वोत्तम उपचार उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने पोस्ट किया, “ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।”
हादसे ने फिर उठाए बुनियादी ढांचे पर सवाल
इस झालावाड़ स्कूल हादसा ने एक बार फिर सरकारी स्कूलों के भवनों की स्थिति और सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन को जल्द से जल्द जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।