प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी ₹2200 करोड़ परियोजना
Varanasi, Apr 11 (ANI): Prime Minister Narendra Modi addresses a gathering during the foundation stone laying and inauguration of development projects worth Rs 3884.18 crores, in Varanasi on Friday. (ANI Photo)

रायपुर / ETrendingIndia / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी ₹2200 करोड़ परियोजना , वाराणसी को विकास की नई सौगात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगभग ₹2200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 20वीं किस्त भी जारी की, जिससे देशभर के 9.7 करोड़ किसानों के खातों में ₹21,000 करोड़ सीधे ट्रांसफर किए गए।


‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को महादेव को समर्पित किया

अपने संबोधन की शुरुआत ‘ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव’ से करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे पहली बार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद काशी आए हैं।
उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले में मारे गए मासूमों के लिए उन्होंने प्रतिशोध की प्रतिज्ञा ली थी, जिसे उन्होंने बाबा विश्वनाथ की कृपा से पूरा किया।


किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त का वितरण

प्रधानमंत्री ने किसानों को PM-KISAN योजना की 20वीं किस्त जारी करते हुए कहा,

“जब यह राशि काशी से ट्रांसफर होती है, तो वह अपने आप में ‘प्रसाद’ बन जाती है।”

इस कार्यक्रम में 7,400 से अधिक दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरण भी वितरित किए गए।


कनेक्टिविटी, सड़क और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को बल

पीएम मोदी ने जिन प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया, उनमें शामिल हैं:

  • वाराणसी–भदोही रोड और छितौनी–शूल टंकेश्वर रोड का चौड़ीकरण
  • हरदत्तपुर रेलवे ओवरब्रिज, जो मोहन सराय–अदलपुरा मार्ग की भीड़ कम करेगा
  • दालमंडी, लहरतारा–कोटवा, गंगापुर और बाबतपुर की सड़कों का उन्नयन

विद्युत और पर्यटन इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती

प्रधानमंत्री ने ₹880 करोड़ से अधिक की विद्युत परियोजनाओं की शुरुआत की, जिनमें शामिल हैं:

  • स्मार्ट डिस्ट्रिब्यूशन प्रोजेक्ट
  • ओवरहेड तारों का भूमिगत करना

इसके अलावा, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए:

  • आठ कच्चे घाटों का पुनर्विकास
  • शिवपुर स्थित रंगीलदास कुटिया घाट और तालाब का सौंदर्यीकरण
  • दुर्गाकुंड का पुनरुद्धार
  • मुंशी प्रेमचंद के पैतृक घर को संग्रहालय के रूप में पुनर्विकास

‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को आगे बढ़ाते हुए

प्रधानमंत्री ने हाल ही में गंगईकोंडा चोलापुरम मंदिर की अपनी यात्रा का उल्लेख करते हुए बताया कि एक हजार वर्ष पूर्व राजेंद्र चोल ने उत्तर भारत से गंगा जल लाकर उत्तर-दक्षिण को एक करने का प्रयास किया था।
उन्होंने कहा कि काशी-तमिल संगमम जैसी पहलें इसी परंपरा को आगे ले जा रही हैं।


निष्कर्ष:

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा केवल विकास परियोजनाओं का उद्घाटन नहीं थी, बल्कि यह संस्कृति, एकता, सुरक्षा और किसान कल्याण को जोड़ने वाला एक समग्र कार्यक्रम रहा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता से लेकर किसानों को आर्थिक सहायता और काशी के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास तक—हर आयाम को छूने वाली यह यात्रा वाराणसी के लिए ऐतिहासिक साबित हुई।