रायपुर/ ETrendingIndia / International Agreement: India is allotted 75 thousand square kilometer area in Central Indian Ocean Basin for scientific survey and mineral exploration, Deep Ocean Mission is being conducted / गहरा महासागर मिशन भारत , अंतरराष्ट्रीय समुद्रतल प्राधिकरण के साथ अनुबंध के अंतर्गत भारत को वैज्ञानिक सर्वेक्षण और खनिज अन्वेषण गतिविधियों के संचालन हेतु मध्य हिंद महासागर बेसिन में 75 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र और दक्षिणी हिंद महासागर के मध्य हिंद रिज और दक्षिण-पश्चिम हिंद रिज में 10 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र आवंटित किया गया है।
गहरा महासागर मिशन भारत , केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी आज राज्यसभा में लिखित उत्तर में बताया कि भारत में गहरा महासागर मिशन के तहत अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में 19 समुद्री पर्वतीय (सीमाउंट्स) स्थानों पर जैव विविधता सर्वेक्षण किए गए हैं।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से संबद्ध कार्यालय, समुद्री जीव संसाधन एवं पारिस्थितिकी केंद्र (कोच्चि) ने अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में 19 समुद्री पर्वतों पर जैव विविधता सर्वेक्षण किए हैं।
इस केंद्र ने लगभग 1300 गहरे समुद्री जीवों को एकत्रित, अध्ययन और प्रमाणित किया है, जिसमें चुनिंदा जीवों का जीनोमिक विश्लेषण और विज्ञान के लिए लगभग 23 नई प्रजातियों की खोज शामिल है।
सर्वेक्षणों के माध्यम से एकत्रित जीवों के समुद्री जैव विविधता के आंकड़ों को शोध प्रकाशनों के माध्यम से प्रसारित किया जाता है और संयुक्त राष्ट्र महासागर जैव विविधता सूचना प्रणाली के साथ साझा किया जाता है।
इसके अलावा, राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई द्वारा विकसित समुद्री सूक्ष्मजीव सूचना पोर्टल, डीप ओशन मिशन (गहरा महासागर मिशन) के अंतर्गत एकत्रित गहरे समुद्र के सूक्ष्मजीवों के जीनोमिक अनुक्रम डेटा को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराता है।