रायपुर 31 अगस्त 2025 / ETrendingIndia / India’s first tempered glass manufacturing facility for mobile devices inaugurated in Noida, India will now manufacture every component of mobile phones including Made in India chips / भारत पहला टेम्पर्ड ग्लास कारखाना , केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज देश के प्रथम टेम्पर्ड ग्लास विनिर्माण कारखाने का नोएडा में उद्घाटन किया ।
भारत पहला टेम्पर्ड ग्लास कारखाना , यह कारखाना ऑप्टीमस इलेक्ट्रॉनिक्स ने यूसए के कॉर्निंग इंकॉर्पोरेटेड की साझेदारी में लगाया है । इसमें उच्च गुणवत्ता के टैंपर्ड ग्लास का उत्पादन दुनिया भर में प्रचलित ब्रांड “इंजीनियर्ड बाय कॉर्निंग” के अंतर्गत किया जाएगा ।
इस अवसर पर श्री वैष्णव
ने कहा कि भारत एक-एक करके मोबाइल फ़ोन, हरेक कलपुर्जे का विनिर्माण करता जा रहा है । इनमें चिप्स, कवर ग्लास, लैपटॉप एवं सर्वर के उपादान आदि शामिल हैं ।
इन घरेलू विनिर्माण सुविधाओं के बूते हमारा देश इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सुविधा के क्षेत्र में वैश्विक शक्ति बन जाएगा ।
जल्द ही भारत में निर्मित यानी मेड इन इंडिया चिप भी बाज़ार में आएगा।
श्री वैष्णव ने रेखांकित किया कि पिछले 11 वर्ष में भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स के विनिर्माण में छह गुना वृद्धि हुई है ।
इलेक्ट्रॉनिक्स का घरेलू उत्पादन 11.5 लाख करोड़ रुपए मूल्य का हो गया है । इसमें 3 लाख करोड़ रुपए मूल्य का निर्यात भी शामिल है । इस क्षेत्र में 25 लाख लोग प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप में रोजगार पा रहे हैं ।
ऑप्टीमस इंफ्राकॉम लिमिटेड के चेयरमैन अशोक गुप्ता ने कहा विश्व का सबसे बड़ा मोबाइल फोन बाज़ार होने के बावजूद टेम्पर्ड ग्लास के लिए भारत उसके आयात पर निर्भर था। इस कारख़ाने के साथ अब हम भारतीय एवं वैश्विक बाज़ार के लिए श्रेष्ठतम गुणवत्ता का उत्पाद बनाने को उद्धत हैं ।
टेंपर्ड ग्लास के लिए अनुमानित घरेलू माँग ही 50 करोड़ पीस की है जिसका खुदरा मूल्य करीब 20,000 करोड़ रुपए है। इसका अनुमानित वैश्विक बाज़ार 60 अरब डॉलर है ।
नोएडा में 70 करोड़ रुपए के आरंभिक निवेश से स्थापित कारखाने में स्टेट ऑफ़ थे आर्ट ढाँचा तैयार है ।
पहले चरण में इसमें सालाना 2.5 करोड़ यूनिट टैंपर्ड ग्लास का विनिर्माण होगा । इसमें 600 लोगों को प्रत्यक्ष रोज़गार मिलेगा ।
दूसरे चरण में इसकी उत्पादन क्षमता को घरेलू एवं विदेशी बाज़ार के लिए सालाना 20 करोड़ टैंपर्ड ग्लास विनिर्माण के लिए बढ़ाया जाएगा ।
उस्के लिए 200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त निवेश होगा और 4500 प्रत्यक्ष रोज़गार मिलेंगे ।