रायपुर 23 सितंबर 2025 / ETrendingIndia / A low pressure area is forming in the Bay of Bengal by September 25. Heavy to very heavy rainfall is likely over various states including West Bengal, Odisha, Andhra Pradesh, Telangana and Chhattisgarh in the coming week / बंगाल की खाड़ी मौसम चेतावनी , भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के नवीनतम विश्लेषणों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में 25 सितंबर तक एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बन रहा है, जिसके कारण आने वाले सप्ताह में देश के विभिन्न भागों में मौसम की कैसी स्थिति बनी रहेगी, इस पर मौसम पूर्वानुमान एवं सावधानियाँ जारी की गयी हैं –
बंगाल की खाड़ी मौसम चेतावनी , अधिकांश राज्यों में आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है, साथ ही बिजली चमकने / गरज के साथ वर्षा / तूफ़ानी बादल बनने की चेतावनी है।
दक्षिण-पूर्वी अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से आने वाली मॉइस्ट हवाएँ मौसम को अस्थिर बनाएँगी, जिसके कारण तटीय इलाकों में भारी वर्षा हो सकती है।
विकसित हो रहे निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area या Deep Depression) से निम्नलिखित प्रमुख प्रभावों की आशंका है:
- तटीय और समीपवर्ती राज्यों में भारी वर्षा
बंगाल की खाड़ी से निकलने वाली नमी-वाहक हवाएँ आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, बंगाल आदि तटीय राज्यों की ओर बढ़ेंगी। इन राज्यों में अगले कुछ दिनों में विस्फोटक बारिश, तूफ़ान झंझावात, तेज़ हवा जैसी घटनाएँ हो सकती हैं।
- भारी बारिश के कारण बाढ़ तथा जलजमाव की स्थिति
विशेषकर निचले इलाकों में, नदियों के किनारे, शहरों के ड्रेनेज सिस्टमों में जलजमाव की संभावना। - मॉनसून का धीरे-धीरे पीछे हटना और उत्तर भारत में मौसम की शुष्कता
मॉनसून अब उत्तर-पश्चिम राज्यों से पीछे हटने लगा है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में बारिश कम होगी, वायु आर्द्रता घटेगी, दिन के तापमान में बदलाव आएगा।
- कृषि एवं जनजीवन पर प्रभाव
किसानों के लिए भारी बारिश से खेतों में पानी भरने और फसल नष्ट होने का खतरा है, विशेषकर चावल, सब्जियों आदि की फसलों को।
सड़क, रेल एवं हवाई मार्गों पर यातायात बाधित हो सकता है।
मछुआरों को चेतावनी दी गयी है कि समुद्र में हलचल और तूफ़ानी हवाओं के कारण समुद्री गतिविधियाँ सीमित रखें।
प्रभावित राज्य-वार स्थिति
राज्य / क्षेत्र संभावित प्रभाव
आंध्र प्रदेश तटीय जिलों में भारी बारिश; दक्षिण आंध्र एवं उत्तर तटीय क्षेत्रों में तुफानी हवाएँ; जंगलों और समुद्री क्षेत्र में गतिविधियों पर असर।
ओडिशा वायुमंडलीय नमी के कारण पश्चिमी एवं उत्तरी भागों में बारिश; नदियों का पानी स्तर बढ़ने की संभावना।
तेलंगाना इस दबाव क्षेत्र की गहराई बनने पर राज्य के कुछ हिस्सों में अत्यधिक वर्षा; बाढ़ की आशंका।
तमिलनाडु तटीय जिलों में बारिश; मछुआरों के लिए समुद्री चेतावनी; पूरे राज्य में मौसम अस्थिर।
पश्चिम बंगाल एवं दक्षिण बंगाल कोलकाता और आसपास क्षेत्र में भारी वर्षा और जलजमाव की संभावना; सार्वजनिक सुविधाओं पर दबाव।
मध्य भारत (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि) तूफानी हवा के साथ स्थानीय बारिश होने की संभावना.
सावधानियाँ एवं सुझाव
आपात तैयारियाँ: राज्य सरकारों एवं जिला प्रशासन को संभव बाढ़ एवं जलजमाव के लिए तैयार रहने की सलाह। बचाव दलों को सक्रिय करें।
यातायात एवं अलर्ट: सड़क, रेलवे एवं हवाई मार्गों पर ट्रैफिक बाधाएँ हो सकती हैं, यात्रियों को अलर्ट रहें। लोकल मौसम चेतावनियाँ लगातार देखें।
कृषि को सुरक्षा: किसानों को खेतों की नाली-नालियों को साफ रखना चाहिए, संवेदनशील फसलों को अतिरिक्त सुरक्षा दें (उच्च-तटों वाले खेतों में)।
मछुआरों और समुद्र तटवासी: समुद्र में जाना टालें; तटीय इलाकों में ऊँचे स्थानों पर रहें।
निष्कर्ष
बंगाल की खाड़ी में बन रहे इस निम्न दबाव क्षेत्र की वजह से आने वाले कई दिनों में भारत के कई हिस्सों में मौसम अस्थिर बने रहने वाला है।
तटीय राज्य विशेष रूप से अधिक प्रभावित होंगे, जबकि उत्तर-पश्चिमी भारत में मॉनसून का पीछे हटना तेज हो सकता है।