रायपुर / ETrendingIndia / इंडोनेशिया में बड़ा फूड पॉइज़निंग प्रकोप
इंडोनेशिया के वेस्ट जावा प्रांत में इंडोनेशिया स्कूल फूड पॉइज़निंग का बड़ा मामला सामने आया है। 1000 से अधिक छात्र मुफ्त स्कूल भोजन खाने के बाद बीमार हो गए। यह घटना राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतों के बहु-अरब डॉलर वाले फ्री न्यूट्रिशियस मील्स प्रोग्राम के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है।
🔹 लगातार बढ़ रहे मामले
पिछले सप्ताह भी इसी तरह 800 छात्रों के बीमार होने की खबर आई थी। वे छात्र वेस्ट जावा और सेंट्रल सुलावेसी में इसी योजना के तहत परोसे गए भोजन खाने के बाद बीमार पड़े थे। इस कारण अब योजना की गुणवत्ता और निगरानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
🔹 स्वास्थ्य सेवाएँ हुईं प्रभावित
गवर्नर डेदी मुल्यादी ने बताया कि केवल वेस्ट बांडुंग में ही सोमवार को 470 से अधिक छात्र बीमार पड़े। इसके बाद बुधवार को और तीन प्रकोप सामने आए, जिनमें 580 से अधिक बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। कई छोटे अस्पताल ओवरलोड हो गए और खेल परिसर को अस्थायी उपचार केंद्र बनाना पड़ा।
🔹 योजना पर उठे सवाल
विशेषज्ञों का कहना है कि रसोई घरों पर ज़रूरत से ज्यादा दबाव है। वे स्कूलों से दूर स्थित हैं और भोजन पहले रात को पकाया जा रहा है, जिससे वह जल्दी खराब हो रहा है। इसके अलावा खाने को तुरंत बंद ट्रे में रखा गया, जिससे भोजन बासी हो गया। इस कारण सरकार को स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करना पड़ा।
🔹 भविष्य की चुनौती
अब इंडोनेशिया सरकार पर दबाव है कि वह इंडोनेशिया स्कूल फूड पॉइज़निंग जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोक सके। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से इस पर तत्काल प्रतिक्रिया नहीं आई है। फिलहाल, जहरीले भोजन वाले सभी किचन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिए गए हैं।