ETrendingIndiaभारत ने अपने महत्वाकांक्षी Chandrayaan-4 मिशन की घोषणा की है, जो उन्नत डॉकिंग तकनीक और चंद्र नमूना संग्रह के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में इस मिशन की जानकारी देते हुए बताया कि भारत अपने 2040 तक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है।
Chandrayaan-4 मिशन में दो लॉन्च वाहन होंगे, जो कुल पाँच मॉड्यूल लेकर जाएंगे। ये मॉड्यूल पहले पृथ्वी की कक्षा में डॉकिंग प्रक्रिया पूरी करेंगे, फिर चंद्रमा की ओर बढ़ेंगे। वहां पहुंचने के बाद, उतरने वाला मॉड्यूल चंद्रमा की सतह से नमूने एकत्र करेगा, जबकि चढ़ने वाला मॉड्यूल अन्य मॉड्यूल्स के साथ पुनः जुड़कर पृथ्वी पर वापस लौटेगा। यह पूरी प्रक्रिया भविष्य के मानवयुक्त चंद्र अभियानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी।
इसके अलावा, डॉ. जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में बताया कि चार भारतीय अंतरिक्ष यात्री गगनयान मिशन के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें से ग्रुप कैप्टन शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) मिशन के लिए चुना गया है, जबकि अन्य तीन अपनी गहन तैयारी में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को उनकी सफल वापसी पर शुभकामनाएं दीं और उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया। भारत का Chandrayaan-4 मिशन वैश्विक अंतरिक्ष क्षेत्र में देश की मजबूत उपस्थिति को दर्शाता है और भविष्य के गहरे अंतरिक्ष अन्वेषण की संभावनाओं को और सशक्त बनाएगा।