ETrendingIndia भारत में 5G सेवाओं के विस्तार को लेकर सरकार ने महत्वपूर्ण उपलब्धियों की घोषणा की है। अक्टूबर 2022 में 5G सेवा शुरू होने के बाद, यह अब देश के 99.6% जिलों में उपलब्ध हो चुकी है। 28 फरवरी 2025 तक, देशभर में 4.69 लाख 5G बेस ट्रांसीवर स्टेशन (BTS) स्थापित किए जा चुके हैं, जो दुनिया में सबसे तेज़ 5G नेटवर्क विस्तार में से एक है।
तकनीक के विकास को अपनाने की दर का आकलन उसके उपयोगकर्ता आधार और बुनियादी ढांचे से किया जाता है। भारत में 5G लॉन्च होने के बाद से लगभग 25 करोड़ मोबाइल उपयोगकर्ता 5G सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं (TSPs) ने न्यूनतम रोलआउट दायित्वों से भी आगे बढ़कर 5G नेटवर्क का विस्तार किया है, जिससे लाखों लोगों को हाई-स्पीड इंटरनेट की सुविधा मिल रही है।
सितंबर 2024 तक, भारत में कुल इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 97.15 करोड़ तक पहुंच गई है, जिसमें 92.78 करोड़ वायरलेस इंटरनेट उपयोगकर्ता शामिल हैं। सरकार ने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में न्यूनतम रोलआउट दायित्व निर्धारित किए हैं, जिन्हें चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाना है। हालांकि, TSPs ने इसे पार कर और अधिक क्षेत्रों में 5G सेवाएं पहुंचाने का कार्य किया है।
5G नेटवर्क का यह अभूतपूर्व विस्तार भारत को डिजिटल क्रांति की ओर तेजी से ले जा रहा है। बढ़ती इंटरनेट कनेक्टिविटी से देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में भी डिजिटल सुविधाएं मिल रही हैं, जिससे आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।