रायपुर / ETrendingIndia / Emergency airstrip on Assam highway/ असम हाईवे आपातकालीन एयरस्ट्रिप , असम के डिब्रूगढ़ जिले में नेशनल हाईवे (असम के डिब्रूगढ़ जिले में नेशनल हाईवे (NH‑27/NH‑127) पर 4.2–4.5 किमी लंबी आपातकालीन एयरस्ट्रिपNH‑27/NH‑127) पर 4.2–4.5 किमी लंबी आपातकालीन एयरस्ट्रिप तैयार किया गया है, जिसे मुख्य रूप से भारत–चीन सीमा निकट पूर्वोत्तर क्षेत्र में त्वरित सैन्य एवं नागरिक प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए विकसित किया गया है।
आपातकालीन एयरस्ट्रिप का
निर्माण NHIDCL ने भारतीय वायुसेना (IAF) के मार्गदर्शन में किया है । इसका निर्माण मोरण बायपास पास किया गया है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस आपातकालीन एयरस्ट्रिप साइट का निरीक्षण किया और बताया कि लगभग 99 % कार्य पूरा हो चुका है, तथा 31 जुलाई तक तकनीकी रूप से तैयार हो जाएगा। अक्टूबर तक यह एयरस्ट्रीप पूरी तरह से ऑपरेशनल हो जाने की उम्मीद है ।
यह आपातकालीन एयरस्ट्रिप विशेष रूप से सुखोई-30, राफेल, तेजस, सी–130 हरक्यूलिस, एंटोनोव AN‑32 जैसे लड़ाकू और परिवहन विमानों को आपातकाल में लैंडिंग एवं टेक‑ऑफ सुविधा देने के लिए डिजाइन की गई है ।
यहां से चीनी LAC तक की दूरी मात्र 200–300 किमी है, इसलिए यह एयरस्ट्रिप सामरिक संस्थान मोर्चे पर महत्वपूर्ण साबित होगी ।
सरमा ने यह भी बताया कि राज्य में दो अन्य हाईवे‑आधारित आपातकालीन एयरस्ट्रिप विकसित की जाएंगी जो एक बरमा‑तिहू और दूसरी शंकरदेवनगर (नगांव–लुमडिंग) के बीच है ।
इसके अतिरिक्त, नुमालिगढ़–डिब्रूगढ़–तिनसुकिया मार्ग पर हर 50‑100 किमी पर हेलीपैड निर्माण की योजना भी है, जिनका उपयोग बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता कार्यों में किया जा सकेगा ।
इस परियोजना की सफलता के साथ, पूर्वोत्तर भारत में रक्षा तैयारियों और आपदा प्रतिक्रिया क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
नागरिक उड़ानों के लिए भी यह एक वैकल्पिक सुविधा साबित हो सकती है, यदि डिब्रूगढ़ एयरपोर्ट तकनीकी या मौसम संबंधी कारणों से अस्थायी रूप से अनुपलब्ध हो ।
इस तरह की मल्टी-यूज़ वाले हाईवे‑एयरस्ट्रिप पूर्वोत्तर क्षेत्र को अस्थिर समय में त्वरित सैन्य तैनाती और राहत कार्यों के लिए मजबूत विकल्प प्रदान करेंगे।