रायपुर / ETrendingIndia / नई दिल्ली में हुई भारत चीन सीमा वार्ता

भारत और चीन के बीच बुधवार को 34वीं कार्य तंत्र परामर्श और समन्वय बैठक (WMCC) नई दिल्ली में सम्पन्न हुई। इस बैठक में भारत चीन सीमा वार्ता के अंतर्गत वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति की समीक्षा की गई।

बैठक का उद्देश्य सीमा पर शांति और स्थिरता को बनाए रखना था। इसलिए, दोनों देशों ने मौजूदा हालात का गहन मूल्यांकन किया।


प्रतिनिधिमंडल और नेतृत्व

इस उच्चस्तरीय वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व गौरंगलाल दास, संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने किया। वहीं, चीन की ओर से होंग लियांग, विदेश मंत्रालय के बाउंड्री और ओशनिक विभाग के महानिदेशक उपस्थित थे।

इस दौरान, दोनों पक्षों ने यह माना कि सीमा पर सामान्यतः शांति बनी हुई है। इसी कारण, द्विपक्षीय संबंधों में धीरे-धीरे सुधार देखा जा रहा है।


नियमित संवाद और आगे की रणनीति

दोनों देशों ने सहमति जताई कि भारत चीन सीमा वार्ता को आगे बढ़ाते हुए नियमित राजनयिक और सैन्य संवाद बनाए रखना ज़रूरी है। इसलिए, पूर्व की 23वीं विशेष प्रतिनिधि बैठक और 33वीं WMCC बैठक में उठाए गए सुझावों की फिर से समीक्षा की गई।

इन प्रस्तावों का उद्देश्य है — सीमाई प्रबंधन को मजबूत करना और टकराव की स्थितियों से बचना।


अगली विशेष प्रतिनिधि वार्ता की तैयारी

विश्वास बहाली की प्रक्रिया को और आगे ले जाने के लिए, भारत और चीन अब अगली विशेष प्रतिनिधि (SR) स्तर की वार्ता की तैयारी में जुटे हैं। यह वार्ता इस वर्ष के अंत तक भारत में होने की संभावना है।

उल्लेखनीय है कि चीन के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख होंग लियांग ने भारतीय विदेश सचिव से भी भेंट की, जिससे स्पष्ट है कि राजनयिक संवाद कई स्तरों पर लगातार जारी है।


WMCC की स्थापना और उद्देश्य

WMCC की स्थापना वर्ष 2012 में भारत चीन सीमा विवाद पर संवाद और समन्वय के लिए की गई थी। इसका उद्देश्य है — सीमा पर शांति बनाए रखना और किसी भी संभावित संघर्ष को संवाद के ज़रिए सुलझाना।