भारत में इंटरनेट उपभोक्ता
भारत में इंटरनेट उपभोक्ता
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रायपुर / ETrendingIndia / भारत में इंटरनेट उपभोक्ता , ब्रॉडबैंड वृद्धि से भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं में इज़ाफा

भारत में इंटरनेट उपभोक्ता संख्या वित्त वर्ष 2024-25 में 1.54% की दर से बढ़ी है। मार्च 2024 में यह संख्या 954.40 मिलियन थी, जो मार्च 2025 में बढ़कर 969.10 मिलियन हो गई।

इस वृद्धि का मुख्य कारण ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं में बढ़ोतरी है।

ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता 924.07 मिलियन से बढ़कर 944.12 मिलियन हो गए हैं। इस प्रकार, ब्रॉडबैंड में सालाना 2.17% की वृद्धि दर्ज की गई है।


नैरोबैंड में गिरावट, वायरलाइन में सुधार

इसके विपरीत, नैरोबैंड कनेक्शन में गिरावट देखी गई। यह संख्या 30.34 मिलियन से घटकर 24.98 मिलियन रह गई, यानी 17.66% की गिरावट आई।

हालांकि, वायरलाइन कनेक्शन 9.62% की दर से बढ़कर 37.04 मिलियन तक पहुंच गए। इससे वायरलाइन टेली-डेंसिटी भी बढ़कर 2.62% हो गई, जो पहले 2.41% थी।


मोबाइल डेटा और राजस्व में रिकॉर्ड वृद्धि

मोबाइल डेटा उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर 939.51 मिलियन हो गई है। साथ ही, कुल वायरलेस डेटा उपयोग 17.46% बढ़कर 2,28,779 पेटाबाइट तक पहुंच गया।

इसके अलावा, डेटा से मिलने वाला राजस्व 15.49% बढ़कर ₹2.15 लाख करोड़ हो गया है।

वहीं मोबाइल का औसत राजस्व (ARPU) भी ₹149.25 से बढ़कर ₹174.46 हो गया, जो 16.89% की वृद्धि दर्शाता है।


प्रसारण और रेडियो क्षेत्र में भी हलचल

TRAI के मुताबिक, भारत में मार्च 2025 तक 918 निजी सैटेलाइट चैनल्स स्वीकृत थे, जिनमें से 333 पे-चैनल हैं। हालांकि, पे DTH उपभोक्ता 61.97 मिलियन से घटकर 56.92 मिलियन रह गए।

रेडियो क्षेत्र में 388 निजी एफएम चैनल्स 113 शहरों में संचालित हो रहे हैं। साथ ही, सामुदायिक रेडियो स्टेशनों की संख्या 494 से बढ़कर 531 हो गई है।


निष्कर्षतः – डिजिटल भारत की ओर एक और कदम

इस प्रकार, भारत में इंटरनेट उपभोक्ता संख्या में निरंतर वृद्धि यह दर्शाती है कि देश डिजिटल अवसंरचना की ओर तीव्र गति से बढ़ रहा है।

TRAI की रिपोर्ट यह स्पष्ट करती है कि डेटा उपयोग, राजस्व और ब्रॉडबैंड सेवाओं में वृद्धि से टेलिकॉम क्षेत्र को मजबूती मिली है।