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ETrendigIndia भोपाल में आयोजित नेशनल हैप्पीनेस सेमिनार में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारत जैसे लोक कल्याणकारी राज्य की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का कर्तव्य है कि वह नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाए और समाज को आनंदमय बनाए। उन्होंने सेवा, त्याग और संतोष को सच्चे सुख का आधार बताया और नागरिकों से सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की अपील की।

इस कार्यक्रम में राज्य आनंद संस्थान भोपाल और मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया गया, जिससे हजारों नागरिकों को लाभ मिलेगा। इस अवसर पर समाजसेवी और विशेषज्ञों ने नागरिकों के जीवन में आनंद और संतुष्टि बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।

स्वामी समर्पणानंद जी ने मानव सेवा और भारतीय संस्कृति में आनंद की भूमिका पर प्रकाश डाला। वहीं, प्रो. रजनीश अरोड़ा और डॉ. एन. रविचन्द्रन ने जीवन में आनंद के महत्व पर अपने विचार साझा किए।

सेमिनार में विभिन्न सामाजिक संगठनों और विद्वानों ने सहभागिता की और भारत को एक आदर्श लोक कल्याणकारी राज्य बनाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया।