रायपुर / ETrendingIndia / 📈 सेवा क्षेत्र की तेज़ी से आर्थिक मजबूती

भारत के सेवा क्षेत्र में जून 2025 में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई। HSBC द्वारा जारी किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, यह बढ़त पिछले 10 महीनों में सबसे अधिक है। घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों से मजबूत मांग इसका प्रमुख कारण रही।


📊 PMI सूचकांक से मिला मजबूती का संकेत

HSBC इंडिया सर्विसेज पीएमआई (PMI) इंडेक्स मई के 58.8 से बढ़कर जून में 60.4 पर पहुंच गया। चूंकि PMI का 50.0 स्तर वृद्धि और संकुचन के बीच सीमा दर्शाता है, इसलिए यह आंकड़ा तेज वृद्धि का संकेत देता है।


🌍 निर्यात और रोजगार दोनों में तेजी

नए ऑर्डर अगस्त 2024 के बाद सबसे तेज़ गति से बढ़े। खासकर एशिया, मध्य पूर्व और अमेरिका से विदेशी मांग में सुधार देखा गया। भारत सेवा क्षेत्र जून 2025 में लगातार 37वें महीने रोजगार में वृद्धि दर्ज की गई, जो औसत से अधिक रही।


💰 मूल्य वृद्धि कम, भरोसा थोड़ा कमजोर

हालांकि लागत वृद्धि दर 10 महीने के न्यूनतम स्तर पर रही, लेकिन सेवा प्रदाताओं द्वारा चार्ज की गई कीमतें अब भी औसत से ऊपर रहीं। भविष्य को लेकर भरोसे में थोड़ी कमी आई है — केवल 18% कंपनियों ने अगले वर्ष वृद्धि की उम्मीद जताई।


🏭 संयुक्त क्षेत्र में भी शानदार प्रदर्शन

HSBC इंडिया कंपोज़िट पीएमआई, जो सेवा और विनिर्माण दोनों क्षेत्रों को मिलाकर देखा जाता है, जून में 61.0 पर पहुंच गया। यह पिछले 14 महीनों की सबसे तेज़ वृद्धि है। सेवा क्षेत्र की मजबूती ने समग्र आर्थिक संकेतकों को भी गति दी है।


🔚 निष्कर्षतः

भारत सेवा क्षेत्र जून 2025 में न केवल तेज़ी से बढ़ा, बल्कि देश की आर्थिक स्थिति को मजबूती देने वाला कारक बन गया। रोजगार, निर्यात और मांग में तेजी, साथ ही लागत नियंत्रण ने इस वृद्धि को संतुलित और स्थिर बनाया है।