ETrendindIndia Raipur / कवर्धा, 27 मार्च 2025: कवर्धा के ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर प्रांगण में भोरमदेव महोत्सव 2025 का शुभारंभ हुआ, जिसमें दीप प्रज्ज्वलन और मंत्रोच्चार के साथ भगवान भोरमदेव की पूजा-अर्चना हुई। यह महोत्सव 26 मार्च को शुरू हुआ, जब उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, सांसद संतोष पाण्डेय और विधायक भावना बोहरा ने उद्घाटन किया। पहले दिन भजन गायक हंसराज रघुवंशी की प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके भजनों “बाबा भोरमदेव” और “भोलेनाथ बाबा” ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। X पर लोगों ने इसे “सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव” करार दिया।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने भोरमदेव महोत्सव 2025 को छत्तीसगढ़ की पहचान बताया। उन्होंने स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत भोरमदेव क्षेत्र के लिए 146 करोड़ रुपये की स्वीकृति की घोषणा की, जिससे मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण, कांवड़ियों के लिए शेड, और तालाब का विकास होगा। यह योजना रामचुआ, मड़वा महल और सरोधा जैसे स्थलों को भी संवारेगी। X पर चर्चा है कि इससे पर्यटन और रोजगार बढ़ेगा। शर्मा ने पीएम मोदी और सीएम साय का आभार जताया, कहा कि यह क्षेत्र धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनेगा। हालांकि, पहले दिन कुर्सियों की कमी से कुछ असंतोष देखा गया, जैसा कि X पोस्ट्स में उल्लेख है।
इसके अलावा, शर्मा ने युवाओं के लिए कवर्धा में निःशुल्क उच्च स्तरीय कोचिंग की घोषणा की। यह पहल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करेगी। मंत्री टंकराम वर्मा ने इसे संस्कृति संरक्षण का प्रयास बताया, जो सीएम साय के नेतृत्व में जारी है।
भोरमदेव महोत्सव 2025, जो 26-27 मार्च को आयोजित है, छत्तीसगढ़ की लोक परंपराओं और आधुनिकता का संगम है। यह आयोजन, जो होली के बाद तेरस-चौदस को मनाया जाता है, श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। X पर इसे “छत्तीसगढ़ का गौरव” कहा जा रहा है, जो राज्य की सांस्कृतिक विरासत को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।