ETrendingIndiahttps://etrendingindia.com/ रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ इंडस्ट्री कॉन्क्लेव ने शहर की औद्योगिक धारा में एक नया मोड़ ला दिया है। इस महत्वपूर्ण आयोजन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विकसित भारत 2047 के विजन के तहत तकनीकी उन्नति, निवेश और उद्यमिता के नए आयामों पर प्रकाश डाला। आयोजन के दौरान आईआईटी भिलाई और दंतेवाड़ा जिला प्रशासन के बीच रिसर्च पार्क की स्थापना के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे क्षेत्रीय उद्योगों में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा और युवा शक्ति को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में उद्यमिता के महत्व पर बल देते हुए बताया कि बदलती तकनीक के साथ तालमेल बिठाना सफलता की कुंजी है। छत्तीसगढ़ इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के मंच से उन्होंने कौशल उन्नयन के महत्व को रेखांकित किया और यह संदेश दिया कि तकनीकी प्रगति और नवाचार के बिना विकसित भारत के सपने को साकार करना संभव नहीं है। इसी क्रम में, राज्य की नई औद्योगिक नीति 2024-30 और विजन 2047 डॉक्यूमेंट को लागू करने की प्रक्रिया में सभी वर्गों को भागीदार बनाया गया है।साथ ही, हाल ही में बंगलुरू में आयोजित इन्वेस्ट कनेक्ट मीट में प्राप्त 3700 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव ने इस आयोजन की महत्ता को और बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री के अनुसार, ग्रीन एनर्जी, टेक्सटाइल और आईटी सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देकर राज्य में आर्थिक विकास के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। इस प्रकार, छत्तीसगढ़ इंडस्ट्री कॉन्क्लेव ने न केवल क्षेत्रीय उद्योगों में तकनीकी उन्नति की दिशा तय की है, बल्कि युवा प्रतिभाओं को सशक्त बनाने का भी एक मजबूत संदेश दिया है।
रायपुर में छत्तीसगढ़ इंडस्ट्री कॉन्क्लेव: विकास और नवाचार की नई राह
