रायपुर 23 सितंबर 2025 / ETrendingIndia / Chip-based e-passport launched nationwide, learn about its benefits and application process / ई-पासपोर्ट के फायदे , विदेश मंत्रालय ने भारतीय यात्रा दस्तावेजों में एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए बहुप्रतीक्षित ई-पासपोर्ट सुविधा को देशभर में पूरी तरह से लागू कर दिया है।
अप्रैल 2024 में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हुई यह सेवा जून 2025 से औपचारिक रूप से सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध हो गई है, जिससे अंतरराष्ट्रीय यात्रा पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित और तेज हो जाएगी।
क्या है यह नया ई-पासपोर्ट ?
देखने में यह पारंपरिक पासपोर्ट जैसा ही है, लेकिन इसकी असली ताकत इसके कवर में लगी एक छोटी इलेक्ट्रॉनिक चिप में है। इस रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप और ऐन्टेना में पासपोर्ट धारक की सभी बायोमेट्रिक जानकारी, जैसे फिंगरप्रिंट और डिजिटल फोटो, सुरक्षित रूप से स्टोर रहती है।
इस तकनीक के कारण पासपोर्ट की नकल बनाना या डेटा से छेड़छाड़ करना लगभग नामुमकिन है। इसकी पहचान के लिए कवर पर एक विशेष सुनहरा चिह्न बना होता है।
यह पासपोर्ट अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के मानकों का पालन करता है, जिससे इसे दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है।
कैसे करें ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन ?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जिन लोगों के पास वर्तमान में वैध पासपोर्ट है, उन्हें इसे तुरंत बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है। नए आवेदक या री-इश्यू कराने वाले नागरिक अब ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पात्रता और जरूरी दस्तावेज़ (पहचान पत्र, पते का प्रमाण, जन्मतिथि प्रमाण) सामान्य पासपोर्ट की तरह ही हैं।
आवेदन प्रक्रिया
पासपोर्ट सेवा पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें।
नजदीकी पासपोर्ट सेवा केंद्र का अपॉइंटमेंट बुक करें और फीस का ऑनलाइन भुगतान करें।
तय तारीख पर अपने मूल दस्तावेजों के साथ कार्यालय जाएं।
वहां आपकी बायोमेट्रिक जानकारी (फिंगरप्रिंट, फोटो) ली जाएगी और दस्तावेजों का सत्यापन होगा।
प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपका ई-पासपोर्ट जारी कर दिया जाएगा।
आम नागरिक को क्या होंगे फायदे?
चिप में बंद बायोमेट्रिक डेटा के कारण पहचान की चोरी और फर्जीवाड़े पर पूरी तरह रोक लगेगी। एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन काउंटर पर प्रक्रिया बेहद तेज हो जाएगी। जिन देशों में ऑटोमेटेड ई-गेट की सुविधा है, वहां यात्री बिना किसी अधिकारी के संपर्क में आए कुछ ही सेकंड में इमिग्रेशन पूरा कर सकेंगे।
इस कदम से भारतीय पासपोर्ट वैश्विक स्तर पर और भी मजबूत हो गया है।