रायपुर / ETrendingIndia / FY26 में यात्री यातायात का अनुमान
ICRA की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में घरेलू हवाई यात्री यातायात FY26 में 172 से 176 मिलियन तक पहुंच सकता है। यह पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में लगभग 4–6 प्रतिशत की वृद्धि होगी। हालांकि, यह वृद्धि अपेक्षाकृत धीमी मानी जा रही है क्योंकि कई चुनौतियां अभी भी मौजूद हैं।
📉 उद्योग पर असर डालने वाले कारण
FY26 की पहली तिमाही में यात्री यातायात 4.4 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन यह क्रॉस-बॉर्डर तनाव और विमान हादसों से प्रभावित हुआ। इसके कारण कई उड़ानें रद्द हुईं और यात्रियों में हिचकिचाहट बढ़ी। इसी दौरान, लंबा मानसून और अमेरिकी टैरिफ के चलते व्यापारिक गतिविधियों पर भी असर पड़ा। परिणामस्वरूप, एयरलाइन कंपनियों की आय में गिरावट दर्ज की गई।
📊 वित्तीय स्थिति और नुकसान का अनुमान
ICRA का अनुमान है कि FY26 में विमानन उद्योग को ₹95,000–₹1,05,000 करोड़ तक का शुद्ध घाटा हो सकता है। यह FY25 के मुकाबले ज्यादा है, लेकिन FY22 और FY23 में दर्ज भारी नुकसान की तुलना में कम है। वहीं, यात्री किराए में भी 4–5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।
🛫 विमानन क्षेत्र की क्षमता और चुनौतियां
FY25 में उद्योग ने 5 प्रतिशत क्षमता जोड़ी और अब कुल 855 विमान परिचालन में हैं। आने वाले दशक में 1,600 से अधिक नए विमान शामिल किए जाएंगे। इनमें से कई ईंधन दक्षता वाले होंगे जो पुराने विमानों की जगह लेंगे। इसके अलावा, इंजन फेल्योर और सप्लाई चेन की समस्याएं भी कुछ हद तक कम हुई हैं। अब केवल 15–17 प्रतिशत विमान ही ग्राउंडेड हैं, जबकि 2023 में यह संख्या अधिक थी।
🔎 निष्कर्ष
कुल मिलाकर, घरेलू हवाई यात्री यातायात FY26 में बढ़ने की संभावना है। लेकिन उद्योग को क्रॉस-बॉर्डर तनाव, मौसम और वैश्विक व्यापारिक परिस्थितियों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। फिर भी, विमानन क्षेत्र की क्षमता और नए विमानों की डिलीवरी आने वाले समय में विकास को गति दे सकती है।