ETrendingIndia 17 मार्च 2025 को, संचार विभाग (डीओटी) और व्हाट्सएप ने डीओटी व्हाट्सएप घोटाला रोकथाम पहल के तहत एक मजबूत साझेदारी शुरू की, जो मेटा के ‘स्कैम से बचो’ अभियान का विस्तार है। पीआईबी दिल्ली द्वारा घोषित इस सहयोग का उद्देश्य ऑनलाइन घोटालों और स्पैम से भारतीय नागरिकों को बचाना है। डिजिटल धोखाधड़ी से भारत की तकनीकी प्रगति को खतरा बढ़ रहा है, और यह कदम एक सुरक्षित डिजिटल पारिस्थितिकी की दिशा में महत्वपूर्ण है।

सबसे पहले, डीओटी व्हाट्सएप घोटाला रोकथाम प्रयास में डीओटी अधिकारियों, संचार मित्रों और दूरसंचार प्रदाताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यशालाएं शामिल हैं। ये सत्र उन्हें संदिग्ध संचार की पहचान और रिपोर्टिंग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए तैयार करेंगे। साथ ही, व्हाट्सएप डीओटी की संचार साथी सेवाओं—जैसे sancharsaathi.gov.in के माध्यम से संदिग्ध कॉलों की रिपोर्टिंग—को अपने प्लेटफॉर्म पर एकीकृत करेगा, जिससे पहुंच बढ़ेगी। यह साझेदारी डीओटी की डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) का उपयोग करती है, जो बैंकों और कानून प्रवर्तन सहित 550 हितधारकों के साथ मिलकर दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकती है।

इसके अलावा, उपयोगकर्ता शिक्षा इस पहल का मूल है। व्हाट्सएप और डीओटी हिंदी, तमिल, तेलुगु सहित कई भाषाओं में सुरक्षा सामग्री तैयार करेंगे, जिसमें घोटालों के प्रकार, चेतावनी संकेत और रिपोर्टिंग उपकरण शामिल होंगे। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “डिजिटल परिवर्तन में भारत की प्रगति के साथ, नागरिकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। मेटा के साथ हमारी यह साझेदारी डीओटी व्हाट्सएप घोटाला रोकथाम के जरिए डिजिटल पारिस्थितिकी को मजबूत करेगी।”

अंत में, यह साझेदारी भारत के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मेटा के जोएल कपलान ने कहा कि नागरिकों को घोटालों से बचाने के लिए जागरूकता और तकनीक का संयोजन जरूरी है। यह पहल डिजिटल सुरक्षा को हर घर तक पहुंचाने का वादा करती है।