ETrending India रायपुर/ Reunion ceremony of students of Government School for Visually impared and deaf and dumb, Raipur / रायपुर के दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय में 27–28 जून को मिलन समारोह आयोजित होगा, जिसमें 200 से अधिक प्रतिभागियों की सहभागिता संभावित है।

छत्तीसगढ़ के रायपुर का शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय, मठपुरैना एक ऐसा विद्यालय है जहां आकर बच्चों को न केवल एक ऐसा कौशल , शिक्षा और ज्ञान मिलता है जो उनके जीवन को रोशनी से भरता है और उन्हें दुनिया से संवाद के लिए अधिक योग्य और सक्षम बनाता है।

छत्तीसगढ़ शासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस स्कूल की स्थापना वर्ष 1971 में हुई। उस समय से लेकर अभी तक स्कूल से निकलने वाले विद्यार्थियों का मिलन समारोह इस वर्ष 27 और 28 जून को स्कूल प्रांगण में हो रहा है ।

यह दिन इस कारण भी विशेष है क्योंकि इसी दिन निशक्तजनों को प्रेरणा देने वाली और उनके जीवन में बदलाव लाने वाली डॉ हेलन केलर की 146 वी जयंती है ।

स्कूल के प्राचार्य डॉ ए. के. त्रिवेदी ने बताया कि 27 जून को मिलन समारोह का शुभारंभ सुबह 10 होगा जिसमें सुबह 11 बजे से 2 बजे तक विभिन्न प्रतिभागियों का परिचय होगा ।

उसके बाद शाम 4 से 6 बजे तक बाधितार्थ से संबंधित नई टेक्नोलॉजी पर कार्यशाला होगी। शाम 6 से 8 बजे तक प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी ।

28 जून को समस्त आगंतुकों का छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में पहचाने जाने वाले त्रिवेणी संगम राजिम तथा इसके साथ प्रभु वल्लभाचार्य की जन्म भूमि चंपारण का भ्रमण किया जाएगा ।

उम्मीद है इस मिलन समारोह में राज्य के लगभग 150 से 200 दृष्टि बाधितार्थ एवं उनके परिवारजन सम्मिलित होंगे।

यह कार्यक्रम शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय, रायपुर तथा दृष्टिबाधित छत्तीसगढ़ विकास संघ के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है।

स्कूल के प्राचार्य ने बताया कि इस विद्यालय में कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ बच्चों के लिए अलग-अलग कक्षाएं लगती हैं।

राज्य शासन की ओर से इन बच्चों को फ्री में शिक्षा , चिकित्सा सुविधा, पुस्तके , हॉस्टल की सुविधा तथा आने जाने के लिए बस की सुविधा आदि दी जाती है ।

इस स्कूल में बालक और बालिकाओं दोनों अध्ययन कर सकते हैं।

पिछले वर्ष 36 विद्यार्थियों ने कक्षा 12वीं की परीक्षा दी थी जिसमें 22 विद्यार्थी दृष्टि बाधितार्थ और 14 बच्चे श्रवण बाधितार्थ थे ।

इसमें से लगभग शतप्रतिशत बच्चों ने अपनी परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की।

उन्होंने बताया कि इस विद्यालय से उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी अलग-अलग क्षेत्रों में अच्छे मुकाम पर इस देश और समाज को अपनी सेवाएं दे रहे हैं ।

उन्होंने बताया कि विद्यालय में कक्षा पहली, छठवीं और नवमी में मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। वर्तमान में स्कूल में 234 बच्चे अध्यनरत है।

दृष्टि श्रवण बाधितार्थ मिलन समारोह