रायपुर / ETrendingIndia / ईट राइट इंडिया अभियान , थाली से शुरुआत, बदलाव की ओर
ईट राइट इंडिया अभियान, भारत में भोजन सुरक्षा, पोषण और सतत विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।
अब तक 12 लाख से अधिक फूड हैंडलर्स को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
सैकड़ों रेलवे स्टेशन और स्ट्रीट फूड हब को स्वच्छता प्रमाणपत्र भी मिल चुका है।
प्रधानमंत्री का संदेश – “स्वस्थ खाओ, सुपरहिट बनो”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 जून को ‘मन की बात’ में तेल की खपत 10% घटाने की अपील की।
उनका संदेश था – “जब आप फिट होंगे, तो सुपरहिट होंगे।”
यह बात ईट राइट इंडिया अभियान की सोच से पूरी तरह मेल खाती है।
अभियान की तीन-स्तरीय रणनीति
FSSAI द्वारा जुलाई 2018 में शुरू किया गया यह अभियान तीन मुख्य स्तरों पर कार्य करता है:
- सप्लाई-साइड सुधार – FoSTaC जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों से।
- उपभोक्ता जागरूकता – “आज से थोड़ा कम”, “ट्रांस फैट-फ्री इंडिया” जैसे अभियानों से।
- सतत विकास – RUCO योजना के तहत 55 लाख लीटर तेल इकट्ठा किया गया, जिसमें से 39 लाख लीटर बायोडीजल में बदला गया।
स्कूलों से ऑफिस तक स्वस्थ आदतें
ईट राइट स्कूल, ईट राइट कैंपस, हॉस्पिटल, जेल और कॉरपोरेट ऑफिस जैसे स्थानों पर
यह अभियान पोषण और स्वच्छता को बढ़ावा देता है।
इसके माध्यम से लाखों छात्रों और कर्मचारियों को स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाया गया है।
तकनीकी नवाचार और वैश्विक पहचान
FSSAI ने FoSCoS और Food Safety Connect App जैसे डिजिटल टूल्स लॉन्च किए हैं।
इससे लाइसेंसिंग से लेकर निगरानी तक की प्रक्रिया आसान हुई है।
62,000 से अधिक फूड सेफ्टी मित्र देशभर में कार्यरत हैं।
अभियान को WHO और Rockefeller Foundation जैसी संस्थाओं से अंतरराष्ट्रीय पहचान भी मिल चुकी है।
साझेदारी से सफलता
यह अभियान POSHAN अभियान, स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत जैसे कई सरकारी कार्यक्रमों से जुड़ा है।
C4ERI प्लेटफॉर्म के माध्यम से निजी कंपनियाँ भी CSR के ज़रिए इसमें योगदान दे रही हैं।
फूड मैन्युफैक्चरर्स अपने उत्पादों को कम नमक, चीनी और ट्रांस फैट के साथ दोबारा डिज़ाइन कर रहे हैं।
वैश्विक मॉडल की दिशा में
ईट राइट इंडिया अभियान UN के SDGs जैसे:
- SDG 2 (Zero Hunger)
- SDG 3 (Good Health and Wellbeing)
- SDG 12 (Responsible Consumption)
- SDG 17 (Partnerships for Goals)
के साथ पूरी तरह मेल खाता है।
यह पहल अन्य देशों के लिए प्रेरणा और मॉडल बनकर उभरा है।
निष्कर्ष
निष्कर्षतः, ईट राइट इंडिया अभियान भारत की हर थाली में साफ, सुरक्षित और सेहतमंद भोजन सुनिश्चित करने का एक सशक्त प्रयास है।
यह अभियान न केवल खाद्य प्रणाली को सुधारता है, बल्कि रोजगार, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण से भी जुड़ता है।
यह सच में एक भविष्य की सोच है — “स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत” की दिशा में।