रायपुर / ETrendingIndia / एलन मस्क ने H-1B वीज़ा पर दिया बड़ा बयान
भारतीय प्रतिभा को बताया अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने H-1B वीज़ा प्रोग्राम का जोरदार समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका को भारतीय प्रतिभा से बहुत लाभ मिला है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि देश को अभी ऐसे कुशल लोगों की और भी ज़रूरत है। एलन मस्क H-1B वीज़ा पर चर्चा करते हुए बताया कि कई विशेषज्ञ पद खाली रह जाते हैं क्योंकि योग्य लोगों की कमी है।
पॉडकास्ट में किया सिस्टम के दुरुपयोग का जिक्र
मस्क ने यह टिप्पणी ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत के साथ बातचीत में की। हालांकि उन्होंने H-1B प्रोग्राम को जरूरी बताया, लेकिन इसके दुरुपयोग को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि कुछ आउटसोर्सिंग कंपनियों ने सिस्टम को “गेम” किया है। इसलिए उन्होंने सुधार की मांग की ताकि दुरुपयोग रुके, प्रोग्राम नहीं।
ट्रंप प्रशासन के कड़े रुख के बीच आया बयान
यह बयान उस समय आया है जब डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में H-1B वीज़ा पर नियम सख्त हुए हैं। फिर भी प्रशासन ने कुशल विदेशी कर्मियों की ज़रूरत को स्वीकार किया है। इसी कारण एलन मस्क H-1B वीज़ा से जुड़े सकारात्मक पहलुओं को उजागर करते दिखे।
H-1B वीज़ा का संक्षिप्त इतिहास
H-1B वीज़ा 1990 में इमिग्रेशन एक्ट के तहत बनाया गया। इसके बाद से यह अमेरिका की टेक और रिसर्च इंडस्ट्री का मुख्य आधार बना। अंत में, मस्क ने जोर दिया कि यह प्रोग्राम वैश्विक प्रतिभा का अहम स्रोत है और अमेरिका को इसे मजबूत करना चाहिए।
