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रायपुर, 02 दिसम्बर 2025/ ETrendingIndia / “Gandhi Crafts Bazaar-2025”: A vibrant confluence of handicraft traditions from across the country, including Chhattisgarh, in New Delhi / गाँधी शिल्प बाजार 2025 , नई दिल्ली के बाबा खड़ग सिंह मार्ग स्थित एम्पोरियम कॉम्प्लेक्स में आरंभ हुआ “गाँधी शिल्प बाजार-2025” इस वर्ष कला और संस्कृति का अद्भुत मेल बनकर उभरा है।

छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा आयोजित यह प्रदर्शनी देशभर की पारंपरिक कलाओं, लोक सौंदर्य और रचनात्मक अभिव्यक्तियों को एक ही मंच पर प्रस्तुत करती है।

मुख्य अतिथि एवं आवासीय आयुक्त श्रीमति श्रुति सिंह ने दीप प्रज्वलित कर प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन शिल्पकारों की पीढ़ियों से चलती आ रही कला विरासत को नई पहचान देते हैं और युवा कलाकारों को प्रेरित करते हैं।

100 से अधिक शिल्पकारों की उत्कृष्ट कलाकृतियां

इस वर्ष 100 से अधिक शिल्पकारों ने अपनी उत्कृष्ट कलाकृतियों के साथ सहभागिता की है। छत्तीसगढ़ की पहचान माने जाने वाले बेलमेटल, लौह शिल्प, बाँस शिल्प, टेराकोटा, काष्ठ शिल्प, गोदना कला, कालीन शिल्प और छिंदकासा जैसी परंपरागत कलाएँ विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।

इसी के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से आई मिथिला पेंटिंग, गुजरात की सूक्ष्म कारीगरी, तंजौर पेंटिंग, अरी वर्क, बटिक प्रिंट, गोवा की बरु प्रिंट और एप्लिक वर्क जैसी कलाएँ भारतीय सांस्कृतिक विविधता को सुंदर रूप से प्रस्तुत करती हैं। यह प्रदर्शन कला-संस्कृति की समृद्ध धरोहर का प्रेरक और मनमोहक परिचय देता है।

कला-प्रेमियों के लिए खुला रचनात्मक उत्सव

1 से 10 दिसम्बर 2025 तक चलने वाला यह शिल्प उत्सव रोजाना प्रातः 11 बजे से रात्रि 8 बजे तक कला-प्रेमियों के लिए खुला रहेगा। आयोजकों ने छात्रों, शोधकर्ताओं, कलाकारों और नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस बहुरंगी कला महोत्सव का अनुभव करें और भारतीय संस्कृति की विविधता को करीब से जानें।

उद्घाटन समारोह में विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) के क्षेत्रीय कार्यालय की श्रीमति आस्था अग्रवाल, विपणन विस्तार केन्द्र जगदलपुर के श्री रेवतीनंदन देवांगन तथा छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अनेक कलाकार उपस्थित रहे।