रायपुर / ETrendingIndia / जुलाई 2025 जीएसटी संग्रह , जुलाई में जीएसटी संग्रह ₹1.96 लाख करोड़ पहुंचा
जुलाई 2025 जीएसटी संग्रह , भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2025 में वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह ₹1.96 लाख करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7.5% अधिक है।
इस बढ़ोतरी का श्रेय घरेलू लेन-देन और आयात से हुई आय में वृद्धि को दिया गया है, जो देश की स्थिर आर्थिक गतिविधियों को दर्शाता है।
रिफंड में उछाल के कारण शुद्ध राजस्व में मामूली वृद्धि
हालाँकि सकल संग्रह अच्छा रहा, रिफंड में 66.8% की तेज वृद्धि के कारण जुलाई का शुद्ध जीएसटी राजस्व केवल 1.7% बढ़कर ₹1.68 लाख करोड़ रहा। जुलाई 2024 में यह ₹1.65 लाख करोड़ था।
रिफंड जुलाई 2025 में बढ़कर ₹27,147 करोड़ हो गया, जो पिछले वर्ष ₹16,275 करोड़ था।
अप्रैल से जुलाई के बीच कुल प्रदर्शन
अप्रैल-जुलाई 2025 के दौरान सकल जीएसटी राजस्व ₹8.18 लाख करोड़ रहा, जो पिछले साल के ₹7.39 लाख करोड़ की तुलना में 10.7% अधिक है।
इसी अवधि में शुद्ध जीएसटी राजस्व ₹7.11 लाख करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष के ₹6.56 लाख करोड़ से 8.4% अधिक है।
राज्यों का प्रदर्शन – उत्तर-पूर्वी राज्यों की बढ़त
राज्यवार प्रदर्शन में उत्तर-पूर्वी राज्यों ने शानदार प्रदर्शन किया:
- त्रिपुरा: 41% वृद्धि
- मेघालय: 26%
- सिक्किम: 23%
- नागालैंड: 22%
बड़े राज्यों में:
- मध्यप्रदेश: 18%
- बिहार: 16%
- आंध्रप्रदेश: 14%
- पंजाब व हरियाणा: 12%
- महाराष्ट्र (सर्वाधिक योगदान): ₹30,590 करोड़ (6% वृद्धि)
गुजरात ने सिर्फ 3% की वृद्धि दर्ज की, जबकि मणिपुर, मिजोरम, जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़ में गिरावट देखी गई।
आर्थिक गतिविधियों में मजबूती का संकेत
जुलाई में भारत की मैन्युफैक्चरिंग PMI 59.1 रही, जो 16 महीने का उच्चतम स्तर है। यह आर्थिक गतिविधियों में तेजी और मजबूत उत्पादन वृद्धि को दर्शाता है।
निष्कर्ष:
हालांकि जुलाई में सकल जीएसटी संग्रह अच्छा रहा, पर रिफंड के कारण शुद्ध वृद्धि सीमित रही। राज्यवार प्रदर्शन मिश्रित रहा, मगर आर्थिक संकेतक सकारात्मक रुख दिखा रहे हैं।