रायपुर / ETrendingIndia / IITF 2025 में भारत की उद्यमिता का व्यापक प्रदर्शन
44वां इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर एक जीवंत मंच बन गया। इसमें पूरे देश से कारीगर, ग्रामीण उद्यमी और MSMEs जुड़े। इसलिए IITF 2025 छोटे व्यवसाय के लिए एक राष्ट्रीय बाजार साबित हुआ। इस बार 3,500 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा, “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” थीम ने आयोजन को और आकर्षक बनाया।
पहले दिन से ही यह आयोजन नए उद्यमियों को बड़े खरीदारों तक पहुंच दे रहा है। साथ ही, छोटे उत्पादकों को सरकारी योजनाओं से भी जुड़ने का मौका मिला। इसलिए यह फेयर उद्यम विस्तार का महत्वपूर्ण अवसर बना।
कारीगरों और किसानों की सफलता की प्रेरक कहानियां
इस वर्ष कई राज्यों के कारीगरों ने अपनी अनोखी कहानियों से लोगों का मन जीता। उदाहरण के लिए, बिहार की सृधि कुमारी पहली बार IITF 2025 में शामिल हुईं। उन्होंने GI-टैग वाली भागलपुरी सिल्क और ज़री कार्य प्रदर्शित किया। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि इस आयोजन से उन्हें काफी आय की उम्मीद है।
इसी तरह, नालंदा के बुनकर तरुण पांडे ने बावनबुटी साड़ियां पेश कीं। उन्होंने बताया कि IITF 2025 छोटे व्यवसाय और पारंपरिक कला दोनों के लिए सबसे बड़ा मंच है। कई ग्राहक हर साल केवल उन्हें खोजने आते हैं।
ग्रामीण उद्यमों को राष्ट्रीय पहचान
महाराष्ट्र के प्रह्लाद बोर्गड ने अपने ब्रांड ‘सूर्या फार्मर्स’ के जैविक उत्पाद प्रदर्शित किए। उन्होंने कहा कि यह मंच सिर्फ बिक्री नहीं बढ़ाता, बल्कि उपभोक्ता की पसंद भी समझाता है। इसलिए IITF 2025 छोटे व्यवसाय को स्थायी ग्राहक दिलाने में मदद कर रहा है।
लातूर की रुक्मणी सालगे ने पारंपरिक गोधड़ी कला को नए खरीदारों तक पहुंचाया। जबकि झारखंड के lac कारीगर झबर माल ने बताया कि यह फेयर सैकड़ों आदिवासी महिलाओं की आजीविका को मजबूत करता है।
दीर्घकालिक आर्थिक प्रभाव और विकास की दिशा
प्रतिभागियों ने कहा कि ट्रेड फेयर केवल बिक्री का जरिया नहीं है। इसके अलावा, यह वर्षों तक चलने वाले ग्राहक संबंध भी बनाता है। परिणामस्वरूप, कई छोटे उद्यमियों को महीनों की आय के बराबर लाभ मिलता है।
IITF 2025 भारत के “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य को भी बढ़ावा देता है। क्योंकि यह आयोजन देश की आर्थिक क्षमता और वैश्विक व्यापार नेटवर्क को नया रूप देता है।
अंत में, यह स्पष्ट है कि IITF 2025 छोटे व्यवसाय, ग्रामीण उद्यमियों और पारंपरिक कला को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दे रहा है। इस प्रकार, यह मंच उद्यमिता और नवाचार का केंद्र बन गया है।
