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रायपुर / ETrendingIndia / जुलाई में औद्योगिक उत्पादन में सुधार

भारत का जुलाई औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत दर्ज की गई। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र की मजबूती से हुई। मंत्रालय के अनुसार, जुलाई 2025 में IIP 155.0 रहा, जबकि पिछले वर्ष यह 149.8 था।

विनिर्माण क्षेत्र ने संभाली स्थिति

विनिर्माण क्षेत्र में 5.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे खनन में 7.2 प्रतिशत की गिरावट और बिजली में केवल 0.6 प्रतिशत की मामूली बढ़त का असर संतुलित हुआ। विनिर्माण के भीतर 23 में से 14 उद्योग समूहों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया। इनमें बेसिक मेटल्स 12.7 प्रतिशत, इलेक्ट्रिकल उपकरण 15.9 प्रतिशत और खनिज उत्पाद 9.5 प्रतिशत बढ़े।

उपयोग-आधारित वर्गीकरण का रुझान

उपयोग-आधारित वर्गीकरण में मिश्रित तस्वीर देखने को मिली। प्राथमिक वस्तुओं में 1.7 प्रतिशत की गिरावट रही। वहीं, पूंजीगत वस्तुओं में 5.0 प्रतिशत, इंटरमीडिएट गुड्स में 5.8 प्रतिशत और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 7.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। बुनियादी ढांचा और निर्माण सामग्री ने सबसे तेज 11.9 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई।

मंत्रालय की रिपोर्ट और डेटा रिलीज़

सांख्यिकी मंत्रालय ने जून 2025 के आंकड़ों को भी संशोधित कर जारी किया। जुलाई के त्वरित अनुमान 89.5 प्रतिशत रिपोर्टिंग रिस्पॉन्स रेट पर आधारित रहे। संशोधित कैलेंडर के अनुसार अब IIP डेटा हर महीने की 28 तारीख को जारी होगा।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, जुलाई औद्योगिक उत्पादन वृद्धि विनिर्माण क्षेत्र की मजबूती पर आधारित रही। हालांकि खनन की गिरावट और बिजली की धीमी गति चुनौतियां बनी रहीं, फिर भी उद्योग में संतुलित सुधार दिखा।