माड़मसिल्ली सायफन सिस्टम बांध
माड़मसिल्ली सायफन सिस्टम बांध

रायपुर, सितंबर 19, 2025 / ETrendingIndia /Madamsilli Dam, Asia’s only siphon system: All 34 gates opened automatically, and tourists and visitors enjoyed the breathtaking view /

एशिया के इकलौते सायफन सिस्टम बांध माड़मसिल्ली (मुरुमसिल्ली) के सभी 34 गेट बुधवार को अपने आप खुल गए।

प्राकृतिक खूबसूरती और अनोखी तकनीक के मेल से यह बांध न केवल प्रदेश बल्कि पूरे एशिया में अद्वितीय माना जाता है।

जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बांध की क्षमता 5.839 टीएमसी है, जिसमें 5.775 टीएमसी पानी का भराव हो चुका है। यानी बांध लगभग 99 प्रतिशत भर गया है।

माड़मसिल्ली बांध की सबसे बड़ी खासियत यही है कि इसमें लगाए गए सायफन गेट बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के खुद-ब-खुद खुल जाते हैं। जैसे ही जलस्तर पूरी क्षमता तक पहुंचता है, गेट स्वचालित रूप से खुलकर पानी की निकासी करने लगते हैं।

इसमें अलग अलग लेवल पर गेट बनाए गए हैं, जिससे पानी पानी का लेवल उठते ये गेट खुलने लगते हैं. इसके अलावा यहां एक बेबी सायफन सिस्टम भी कार्यरत है. अपने निर्माण के सौ साल बाद भी यह बाँध कार्यशील है.

यह पानी सिलयारी नदी में गिरता है, जिससे बहता जल और गिरते झरनों का दृश्य बेहद मनोरम हो जाता है।

गेट खुलने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में लोग इस अद्भुत नजारे को देखने बांध क्षेत्र पहुंच गए। पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी और कर्मचारियों को तैनात किया।

गेट खुलने पर ग्रामीणों और नागरिकों को सचेत करने के लिए सायरन की भी सुविधा है.

हर साल यहां पानी की निकासी का नजारा देखने हजारों लोग पहुंचते हैं, और इस बार भी बुधवार को खुलते गेटों ने पर्यटकों और सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

यह बाँध छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब सौ किलोमीटर दूर है.