ETrendingIndia प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 10 वर्ष पूरे होने पर इसे “सशक्तिकरण और उद्यमशीलता की यात्रा” बताया है। उन्होंने कहा कि जब भारतवासियों को सही मार्गदर्शन और समर्थन मिलता है, तो वे असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। मुद्रा योजना इस बात का प्रमाण हैं कि यह योजना कितनी कारगर और प्रभावशाली रही है।

इस योजना के तहत अब तक ₹33 लाख करोड़ से अधिक के 52 करोड़ से ज्यादा जमानत-मुक्त ऋण वितरित किए गए हैं। इनमें से लगभग 70% ऋण महिलाओं को मिले हैं, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। इसके अतिरिक्त, 50% से अधिक लाभार्थी एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग से हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह योजना सामाजिक समावेश को भी बढ़ावा दे रही है।

इस योजना की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि यह है कि इसने पहली बार व्यापार शुरू करने वालों को ₹10 लाख तक का ऋण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है। आरंभिक तीन वर्षों में इस योजना ने 1 करोड़ से अधिक नौकरियों का निर्माण भी किया। बिहार जैसे राज्य इस योजना के तहत अग्रणी रहे हैं, जहाँ लगभग 6 करोड़ ऋण स्वीकृत किए गए हैं।

अंततः, प्रधानमंत्री ने कहा कि मुद्रा योजना के 10 वर्ष इस बात का प्रतीक हैं कि भारत की जनता में आत्मनिर्भरता और उद्यमशीलता की जबरदस्त क्षमता है। सही सहायता मिलने पर वे चमत्कार कर सकते हैं।