रायपुर 30 सितंबर 2025 / ETrendingIndia / Like banks, investors’ money is also stuck in mutual funds; SEBI has released data / म्यूचुअल फंड निवेश फंसा , तमाम अनिश्चितताओं और शेयर मार्केट में उतार -चढाव के बावजूद भी वित्त वर्ष 2024-25 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री रिकॉर्ड गति से आगे बढ़ी, लेकिन इसके साथ ही निवेशकों का अनक्लेम्ड फंड भी बढ़कर 3,452 करोड़ रुपये तक पहुँच गया।
म्यूचुअल फंड निवेश फंसा , सेबी की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, यह राशि पिछले साल के 2,862 करोड़ रुपये से करीब 21% अधिक है।
पैसा क्यों फंसता है ?
सबसे बड़ी समस्या डिविडेंड और रिडेम्पशन की राशि के अटके रहने की है।
अक्सर निवेशक अपना मोबाइल नंबर, ईमेल या बैंक अकाउंट बदल देते हैं, लेकिन इसे फंड हाउस या रजिस्ट्रार के पास अपडेट नहीं कराते।
नतीजतन, भुगतान निवेशक तक नहीं पहुँचता और कभी-कभी बैंक खाता बंद होने पर पैसा वापस फंड में लौट जाता है।
MITRA प्लेटफॉर्म से मिलेगी मदद
निवेशकों की सुविधा के लिए SEBI और AMFI ने MITRA (Mutual Fund Investment Tracing and Retrieval Assistant) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है।
इसके जरिए निवेशक अपने पुराने या निष्क्रिय फोलियो खोज सकते हैं और आसानी से क्लेम प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
इंडस्ट्री में जबरदस्त ग्रोथ
FY25 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने शानदार प्रदर्शन किया।
247 नई स्कीमें लॉन्च हुईं।
नेट इनफ्लो बढ़कर 8.2 लाख करोड़ रुपये तक पहुँचा।
SIP खातों की संख्या 8.4 करोड़ से 10.1 करोड़ तक पहुँची।
मासिक नेट SIP इनफ्लो 80% बढ़कर 13,052 करोड़ रुपये हो गया।
रिटर्न और निवेशकों की चुनौती
हालांकि निवेशकों की संख्या बढ़ी, लेकिन रिटर्न सभी को समान रूप से लाभकारी नहीं रहे।
मिडकैप और स्मॉलकैप फंड्स में गिरावट से कई स्कीमें निगेटिव रिटर्न में चली गईं।
FY25 में 243 स्कीमें घाटे में रहीं, जबकि 5% से ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीमें घटकर 1,156 रह गईं।
SEBI ने निवेशकों को बिना लाइसेंस वाले फिनफ्लुएंसर्स से सावधान रहने की चेतावनी दी है और छोटे निवेशकों के लिए “छोटी SIP योजना” शुरू की है, जिसमें मात्र ₹250 से निवेश किया जा सकता है।