रायपुर / ETrendingIndia / भारत में नदी जल परिवहन और क्रूज़ पर्यटन नई दिल्ली, 26 मई 2025 –केन्द्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सरबानंदबी सोनोवाल की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें देशभर में जलमार्ग विकास और नदी क्रूज़ पर्यटन को लेकर चर्चा की गई।

भारत में नदी जल परिवहन और क्रूज़ पर्यटन के लिए श्री सोनोवाल ने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर में अंतर्देशीय जलमार्ग विकास के लिए अगले पांच वर्षों में ₹5,000 करोड़ की योजना पर काम कर रही है। ‘हरित नौका’ दिशा-निर्देशों के तहत हरित और सतत परिवहन को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक कैटामरान और हाइड्रोजन ईंधन चालित जलपोतों की खरीदी की जा रही है। साथ ही जल मेट्रो और इको-फ्रेंडली क्रूज़ पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिल रहा है।

उन्होंने बताया कि रीजनल वॉटरवेज़ ग्रिड के माध्यम से असम और पूर्वोत्तर को शेष भारत से जोड़ने की योजना है, जिससे व्यापार, पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी। वर्तमान में 13 राष्ट्रीय जलमार्गों पर 15 क्रूज़ सर्किट कार्यरत हैं, जो 2013-14 में मात्र 3 थे। लक्जरी रिवर क्रूज़ पोतों की संख्या भी 3 से बढ़कर 25 हो गई है।

श्री ठाकुर ने बताया कि गंगा और ब्रह्मपुत्र समेत प्रमुख नदियों पर आधुनिक क्रूज़ टर्मिनल विकसित किए जा रहे हैं। कोलकाता में विश्वस्तरीय टर्मिनल निर्माणाधीन है, जबकि वाराणसी और गुवाहाटी में टर्मिनल की संभाव्यता रिपोर्ट IIT मद्रास द्वारा तैयार की जा रही है।