नशा मुक्त भारत अभियान
नशा मुक्त भारत अभियान

रायपुर / ETrendingIndia / नशा मुक्त भारत अभियान को देशभर में अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने जानकारी दी कि अब तक देशभर में 14 करोड़ से अधिक लोग इस अभियान से जुड़ चुके हैं। इसके साथ ही, 4 लाख से ज्यादा शिक्षण संस्थानों ने भी इस पहल में भागीदारी निभाई है।

मंत्री वर्मा ने कहा, “नशा सिर्फ व्यक्ति को नहीं, पूरे समाज को बर्बाद कर देता है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि देश ने कई युवाओं को नशे की गिरफ्त में फंसते देखा है, जिससे उनकी उत्पादकता पर असर पड़ा और राष्ट्र के विकास में भी बाधा उत्पन्न हुई।

उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नशे के खिलाफ संकल्प लें और जीवन में सकारात्मक आदतें अपनाएं। मंत्री वर्मा ने यह विश्वास जताया कि नशे की लत को तोड़ना कठिन ज़रूर है, लेकिन असंभव नहीं।


दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी अंतर्राष्ट्रीय नशा उन्मूलन दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में अब तक दिल्ली पुलिस ने 50 हजार किलोग्राम से अधिक ड्रग्स जब्त व नष्ट किए हैं और 1,000 से अधिक तस्करों को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने कहा, “दिल्ली सरकार, पुलिस और नागरिक एकजुट होकर इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” साथ ही, नशा तस्करों के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज किए गए हैं।


पुडुचेरी में भी भारती फाउंडेशन द्वारा नशा विरोधी जागरूकता वॉक का आयोजन किया गया। इसमें उपराज्यपाल के. कैलाशनाथन ने भाग लिया और नशा उन्मूलन की शपथ ली। इस अवसर पर कई स्कूलों के एनएसएस स्वयंसेवक, अधिकारी और गणमान्य लोग शामिल हुए।

उपराज्यपाल ने चिंता जताई कि विशेष रूप से सरकारी स्कूलों में छात्रों के बीच नशाखोरी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने एक हालिया सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि पुडुचेरी के 23% सरकारी स्कूल छात्र किसी न किसी रूप में नशे की चपेट में हैं।

उन्होंने कहा, “पुलिस तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, लेकिन छात्रों को भी खुद जिम्मेदारी लेते हुए नशे से दूर रहना होगा और अपने साथियों को भी मार्गदर्शन देना होगा।”


नशा मुक्त भारत अभियान , नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि नशे के खिलाफ सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। समाज, प्रशासन और प्रत्येक नागरिक को मिलकर इस अभियान को सफल बनाना होगा, ताकि एक स्वस्थ और जागरूक भारत का निर्माण किया जा सके।