रायपुर / ETrendingIndia / उत्तर कोरिया ने फिर किया मिसाइल परीक्षण
उत्तर कोरिया बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण , उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को पूर्वी सागर की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दागी। इस लॉन्च की पुष्टि दक्षिण कोरिया और जापान दोनों ने की है। पिछले दो हफ्तों में यह उत्तर कोरिया का तीसरा मिसाइल परीक्षण है। यह कदम ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर प्योंगयांग को वार्ता के लिए आमंत्रित किया था।
700 किलोमीटर की दूरी तय की मिसाइल ने
दक्षिण कोरिया की सेना के अनुसार, यह कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल थी, जिसे उत्तर कोरिया के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र से, चीन की सीमा के पास से दागा गया। मिसाइल ने लगभग 700 किलोमीटर (435 मील) की दूरी तय की। लॉन्च से पहले दक्षिण कोरिया और अमेरिका की निगरानी प्रणालियों ने इसकी तैयारी का पता लगा लिया था और मिसाइल की उड़ान को ट्रैक किया।
जापान ने भी की पुष्टि, कोई नुकसान नहीं
जापानी सरकार ने भी कहा कि उत्तर कोरिया ने संभवतः एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है, जो जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) के बाहर गिरी। जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची ने बताया कि फिलहाल किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
वार्ता की पेशकश पर सन्नाटा
हाल ही में दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान ट्रंप ने कहा था कि वे उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से फिर मिलने को तैयार हैं। हालांकि अब तक कोई बैठक तय नहीं हुई है। किम जोंग उन ने ट्रंप की इस पेशकश पर कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन पहले कहा था कि यदि अमेरिका अपने “नाभिकीय निरस्त्रीकरण” के दबाव को रोकता है, तो वार्ता संभव है।
तनाव के बीच अमेरिका की सुरक्षा प्रतिबद्धता दोहराई
अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने इसी सप्ताह दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान कहा कि अमेरिका अपने सहयोगी देशों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का मुख्य ध्यान उत्तर कोरिया की आक्रामक गतिविधियों को रोकना और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखना है।
क्षेत्रीय तनाव में संभावित वृद्धि
पिछले महीने भी उत्तर कोरिया ने कई कम दूरी की मिसाइलें और एक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया था। विशेषज्ञों का कहना है कि यह नया प्रक्षेपण अमेरिका, चीन और दक्षिण कोरिया के बीच बढ़ती कूटनीतिक गतिविधियों के बीच, उत्तर कोरिया की रणनीतिक प्रतिक्रिया हो सकता है।
संवाद और तनाव के बीच संतुलन की चुनौती
अंततः, उत्तर कोरिया का बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते तनाव की ओर संकेत करता है। जबकि एक ओर वार्ता की संभावना बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर ऐसे सैन्य कदम शांति प्रयासों को जटिल बना रहे हैं।

