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रायपुर 25 अक्तूबर 2025 / ETrendingIndia / Life Cycle 75 (LC 75) and Balanced Life Cycle (BLC) investment options approved for employees under National Pension System (NPS) and Unified Pension Scheme (UPS) / राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में नए निवेश विकल्प , भारत सरकार ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों को अब राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) और एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) दोनों के तहत एलसी75 और बीएलसी जैसे निवेश विकल्पों के विस्तार को मंजूरी दे दी है।

यह कदम उन कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग के अनुरूप है, जो चाहते थे कि उन्हें भी निजी क्षेत्र की तरह निवेश के अधिक लचीले विकल्प मिलें।

इन विकल्पों का उद्देश्य रिटायरमेंट प्लानिंग में लचीलापन बढ़ाना और कर्मचारियों को अपने निवेश को अपनी पसंद और जोखिम क्षमता के अनुसार प्रबंधित करने की आजादी देना है।

अब केंद्र सरकार के कर्मचारी एनपीएस और यूपीएस के तहत निम्नलिखित निवेश विकल्प चुन सकेंगे:

डिफॉल्ट विकल्प: पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा समय-समय पर निर्धारित किया गया निवेश पैटर्न।

स्कीम जी: कम जोखिम और निश्चित रिटर्न के लिए सरकारी प्रतिभूतियों में 100% निवेश।

एलसी-25: अधिकतम इक्विटी आवंटन 25%, 35 से 55 वर्ष की आयु तक धीरे-धीरे कम होता जाता है।

एलसी-50: अधिकतम 50% इक्विटी निवेश, जो 35 से 55 की आयु तक धीरे-धीरे कम होता जाता है।

बीएलसी (संतुलित जीवन चक्र): एलसी-50 का संशोधित संस्करण, जिससे कर्मचारी चाहें तो लंबी अवधि तक इक्विटी में निवेशित रह सकते हैं।

एलसी-75: अधिकतम 75% इक्विटी निवेश, जो 35 से 55 वर्ष की आयु तक धीरे-धीरे घटता है।

इस निर्णय से निम्नलिखित प्रमुख लाभ प्राप्त होंगे:

अधिक लचीलापन और विकल्प: कर्मचारी अपनी जोखिम क्षमता और रिटायरमेंट लक्ष्यों के अनुसार उपयुक्त विकल्प चुन सकते हैं।

ग्लाइड पाथ मैकेनिज्म: उम्र बढ़ने के साथ इक्विटी निवेश स्वचालित रूप से घटता है-55 वर्ष की आयु तक एलसी75 के लिए 15% और बीएलसी के लिए 35% – सेवानिवृत्ति के करीब आने पर बड़े बाजार उतार-चढ़ाव के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

विस्तृत ऑटो चॉइस विकल्प: ये फंड सेवानिवृत्ति योजना के लिए अधिक विविध विकल्प प्रदान करते हैं, जो कर्मचारियों की विभिन्न जोखिम-वापसी प्राथमिकताओं को दर्शाते हैं।

सुविचारित रिटायरमेंट प्लानिंग : कर्मचारी अपने जोखिम और लाभ के संतुलन के अनुसार अपनी सेवानिवृत्ति बचत को बेहतर ढंग से संरचित कर सकते हैं।