रायपुर / ETrendingIndia / ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद खत्म , ऑपरेशन सिंदूर से खत्म हुआ आतंक का चेप्टर
ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद खत्म करने की दिशा में बड़ा कदम साबित हुआ है। गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में ऐलान किया कि इस ऑपरेशन में UPA सरकार के कार्यकाल में हुए कई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड मारे गए हैं।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव, दोनों ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई को दर्शाया है।
ऑपरेशन में मारे गए ये खतरनाक आतंकी
अमित शाह ने बताया कि हाफिज मोहम्मद, मुदस्सर, मोहम्मद हम्जा, मोहम्मद हज़ार, अब्दुल मलिक जैसे कई बड़े आतंकियों को या तो मार गिराया गया या इस हालत में पहुंचा दिया गया कि वे दोबारा हमला न कर सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि कई आतंकियों को गंभीर रूप से घायल किया गया है जिससे वे अब भविष्य में कोई वारदात नहीं कर सकेंगे।
कांग्रेस पर तीखा हमला
गृह मंत्री ने कांग्रेस पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम सबूत मांग रहे हैं कि मारे गए आतंकी पाकिस्तानी थे या नहीं। इस पर शाह ने सवाल किया— “चिदंबरम सबूत क्यों मांग रहे हैं? पाकिस्तान या लश्कर को बचाना है क्या?”
उन्होंने कांग्रेस पर मतों की राजनीति के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
पहलगाम हमले का बदला भी पूरा
अमित शाह ने बताया कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में शामिल लश्कर कमांडर सुलैमानी, अफगान और जिब्रान को ऑपरेशन महादेव में ढेर कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक सबूत और गवाहों के बयान से उनकी भूमिका की पुष्टि हुई है। इस हमले की साजिश The Resistance Front (TRF) ने रची थी।
विपक्ष का वॉकआउट, पीएम की उपस्थिति की मांग
जैसे ही अमित शाह ने राज्यसभा में जवाब देना शुरू किया, विपक्षी INDIA गठबंधन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति की मांग करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर पर सीधे जवाब के लिए पीएम की मौजूदगी जरूरी बताई।
निष्कर्षतः
ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद खत्म करने की दिशा में भारत की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है। अमित शाह के बयान से स्पष्ट है कि अब आतंक के खिलाफ सीधा और निर्णायक जवाब दिया जाएगा — सिर्फ डोजियर नहीं।