भारत रूस द्विपक्षीय वार्ता
भारत रूस द्विपक्षीय वार्ता
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रायपुर / ETrendingIndia / भारत रूस द्विपक्षीय वार्ता , भारत रूस के रिश्तों पर जोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एससीओ समिट के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भारत रूस द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने हमेशा कठिन समय में भी कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया है। मोदी ने इस रिश्ते को “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी” बताया।

आर्थिक और ऊर्जा क्षेत्रों पर चर्चा

विदेश मंत्रालय के अनुसार, वार्ता में आर्थिक, वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की गई। दोनों नेताओं ने इन क्षेत्रों में हो रही प्रगति पर संतोष जताया। मोदी ने यह भी कहा कि भारत और रूस के बीच सहयोग न सिर्फ दोनों देशों के लिए बल्कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है।

यूक्रेन संघर्ष पर रुख

प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन संघर्ष के समाधान के लिए संवाद और शांति का समर्थन दोहराया। उन्होंने हालिया पहल का स्वागत किया और कहा कि सभी पक्षों को रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ना चाहिए। मोदी ने कहा, “मानवता की मांग है कि इस संघर्ष को जल्द समाप्त करने के रास्ते तलाशे जाएं।”

भविष्य की योजनाएँ और दौरे

राष्ट्रपति पुतिन दिसंबर में भारत की यात्रा करेंगे और 23वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता में हिस्सा लेंगे। मोदी ने कहा कि भारत की जनता पुतिन की यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रही है। दोनों नेताओं ने रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प लिया।

एससीओ समिट की प्रमुख बातें

समिट में वैश्विक शासन सुधार, आतंकवाद-रोधी कदम, शांति और सुरक्षा, वित्तीय सहयोग और सतत विकास जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। पुतिन ने कहा कि रूस, भारत और चीन जैसे साझेदार यूक्रेन संकट के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।