रायपुर 12 दिसंबर 2025/ ETrendingIndia / First meeting of the National Makhana Board: ₹476 crore allocated; Makhana cultivation will be promoted in traditional and new areas / राष्ट्रीय मखाना बोर्ड बैठक , राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की पहली बैठक 12 दिसंबर को नई दिल्ली के कृषि भवन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कृषि और किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने की।
इस दौरान मखाना क्षेत्र के समग्र विकास के लिए नई केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम को लागू करने की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसके लिए केंद्र सरकार ने ₹476 करोड़ का प्रावधान किया है।
बैठक में राज्यों और अनुसंधान संस्थानों द्वारा भेजी गई वार्षिक कार्य योजनाओं की समीक्षा की गई और अलग-अलग कार्यों के लिए बजट तय किया गया।
बोर्ड ने कहा कि राज्यों की बीज आवश्यकता पूरी करने के लिए इस साल और अगले साल एसएयू सबौर और सीएयू समस्तीपुर, बिहार बीज उपलब्ध कराएंगे।
साथ ही राज्य कृषि विश्वविद्यालय, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय और एनआरसी मखाना, दरभंगा के विशेषज्ञ विभिन्न राज्यों के प्रशिक्षकों को आधुनिक तकनीक से प्रशिक्षण देंगे, जिससे पारंपरिक और नए क्षेत्रों में मखाना की खेती को बढ़ावा मिलेगा।
बैठक में ग्रेडिंग, सुखाने, पॉपिंग और पैकेजिंग के लिए बेहतर अवसंरचना बनाने, अच्छी गुणवत्ता के बीज उत्पादन, खेती और प्रसंस्करण तकनीकों के विकास, मूल्य संवर्धन, ब्रांडिंग, बाजार लिंक और निर्यात क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
यह पहली बैठक देशभर में मखाना क्षेत्र के वैज्ञानिक, समन्वित और बाजार-आधारित विकास की दिशा तय करने वाला महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
पृष्ठभूमि:
केंद्र सरकार ने बजट 2025-26 की घोषणा के तहत राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना की थी, जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री ने 15 सितंबर 2025 को बिहार में किया।
नए बोर्ड को मजबूत समर्थन देने के लिए 2025-26 से 2030-31 तक ₹476.03 करोड़ की केंद्रीय स्कीम स्वीकृत की गई है, जिसमें अनुसंधान, नवाचार, बीज उत्पादन, किसानों का प्रशिक्षण, प्रसंस्करण, ब्रांडिंग और निर्यात पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
