ट्रैक्टर चालित मल्च प्लांटर
ट्रैक्टर चालित मल्च प्लांटर

रायपुर / ETrendingIndia / केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अंतर्गत कार्यरत केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (सीआईएई) का दौरा किया तथा उन्नत कृषि उपकरण एवं कृषि तकनीकों सहित
संस्थान द्वारा हाल ही में विकसित ‘ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर’ यंत्र का अवलोकन किया।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने संस्थान की गतिविधियों, अनुसंधान कार्यों और किसान हितैषी तकनीकों की भी गहन समीक्षा की और कृषि मशीनीकरण में संस्थान के योगदान की सराहना की।

उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने और खेती को टिकाऊ बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों का विकास आवश्यक है। विशेषकर छोटे और सीमांत किसानों को ध्यान में रखते हुए ऐसी तकनीकों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए जो सस्ती, सुलभ और उपयोग में आसान हों।

संस्थानमेंविकसित ‘ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर’ अत्याधुनिक यंत्र एक साथ क्यारियों का निर्माण, ड्रिप सिंचाई पाइप बिछाना, प्लास्टिक मल्च बिछाना और बीज बोने का कार्य करता है, जो पारंपरिक विधियों की तुलना में अत्यधिक समय और श्रम की बचत करता है।

इस यंत्र की संचालन लागत ₹1500 प्रति घंटा है तथा कुल लागत ₹3,00,000 है।
यह यंत्र प्लास्टिक मल्च में फसल लगाने जैसे खरबूजा, ककड़ी, स्वीट कॉर्न, भिंडी आदि के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है।

इस मशीन में ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक प्रणाली, वैक्यूम आधारित बीज मापक इकाई और एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म जैसी उन्नत तकनीकों का समावेश है, जिससे बीजों को प्लास्टिक मल्च के नीचे सटीक ढंग से बोया जा सकता है।

श्री चौहान ने देश में कृषि मशीनीकरण की व्यापक योजना तैयार करने, विभिन्न क्षेत्रों में किसान मेलों के आयोजन तथा सभी हितधारकों से परामर्श के माध्यम से भविष्य की रणनीति बनाने पर बल दिया।

उन्होंने खाद्य सुरक्षा, मृदा स्वास्थ्य एवं प्रयोगशाला से खेत तक तकनीक हस्तांतरण की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।

इस अवसर पर कृषि अनुसंधान विभाग के सचिव एवं ICAR के महानिदेशक डॉ. एम.एल. जाट, उप महानिदेशक डॉ. एस.एन. झा, डॉ. ए.के. नायक, सीआईएई निदेशक डॉ. सी.आर. मेहता एवं आईआईएसएस भोपाल के निदेशक डॉ. एम. मोहंती भी उपस्थित थे।