दोपहिया वाहन जीएसटी कटौती
दोपहिया वाहन जीएसटी कटौती

रायपुर 12 सितंबर 2025 / ETrendingIndia / The two-wheeler industry transferred the full benefit of GST reduction to the customers, all major companies reduced prices, sales expected to increase during the festive season / दोपहिया वाहन जीएसटी कटौती , यामाहा मोटर इंडिया ने घोषणा की कि वह 22 सितंबर से दोपहिया वाहनों पर जीएसटी दर में की गई हालिया कटौती का पूरा लाभ अपने ग्राहकों को देगी।

इसके साथ ही टीवीएस, बजाज ऑटो और रॉयल एनफील्ड जैसी अन्य प्रमुख दोपहिया वाहन कंपनियां भी जीएसटी कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों को ट्रांसफर करने का ऐलान कर चुकी हैं।

जीएसटी परिषद ने अपनी 56 वीं बैठक में इंजन वाले दोपहिया वाहनों पर कर की दर 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दी थी।

इस फैसले से त्योहारी सीजन से पहले मोटरसाइकिल और स्कूटर अधिक किफायती होने की उम्मीद है, जिससे मांग में तेजी आएगी।

इंडिया यामाहा मोटर ने कहा कि उसके इस फैसले से आर 15, एमटी 15, एफजी सीरीज, एरॉक्स 155, रेजेडआर और फैसिनो सहित मॉडलों की कीमतों में 17,500 रुपए तक की कटौती की जाएगी।

चेयरमैन इटारू ओटानी ने जीएसटी में की गई कटौती के लिए सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि यामाहा ग्राहकों को पूरा लाभ पहुंचाने से खुश है।

टीवीएस मोटर कंपनी की ओर से भी अपाचे, रोनिन, रेडर और स्पोर्ट जैसी सभी लोकप्रिय मोटरसाइकिलों के साथ-साथ एनटॉर्क, जुपिटर और जेस्ट जैसे स्कूटर की कीमतों में कटौती का ऐलान किया गया है।

नई कीमतें 22 सितंबर से लागू होंगी, जिस दिन जीएसटी लागू हो रहा है।

हालांकि, आईक्यूब, ऑर्बिटर और टीवीएस एक्स सहित इसके इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें अपरिवर्तित रहेंगी क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी दरें समान हैं।

बजाज ऑटो ने घोषणा की है कि उसके दोपहिया वाहनों की कीमतों में 20,000 रुपए तक की कटौती होगी, जबकि तिपहिया वाहन 24,000 रुपए तक सस्ते हो जाएंगे।
कंपनी ने कहा कि सुधारों के लागू होने के बाद बजाज और केटीएम के सभी मॉडल संशोधित कीमतों के साथ उपलब्ध होंगे।

इस बीच, रॉयल एनफील्ड ने कहा कि 350 सीसी से कम क्षमता वाली बाइक्स, जैसे क्लासिक 350, बुलेट 350, मेटियोर 350, हंटर 350 और गोअन क्लासिक 350, अब कम जीएसटी के कारण ज्यादा अफोर्डेबल होंगी।

हालांकि, हिमालयन 450, गुरिल्ला 450, स्क्रैम 440 और 650 सीसी रेंज जैसी बड़ी बाइक्स महंगी हो जाएंगी क्योंकि इन पर जीएसटी 2.0 के तहत उच्च स्लैब लागू होगा।