क्रेट जंगल की आग
क्रेट जंगल की आग

रायपुर / ETrendingIndia / ग्रीस के क्रेट द्वीप पर भीषण जंगल की आग, 1,000 से अधिक लोगों की कराई गई सुरक्षित निकासी

H1: आग से जंगल और जैतून की खेती तबाह

ग्रीस के सबसे बड़े द्वीप क्रेट में ईरापेत्रा शहर के पास जंगलों और जैतून के बागानों में भीषण आग फैल गई है। यह आग बुधवार को शुरू हुई, और तेज़ हवाओं के चलते तेजी से फैली, जिससे 1,000 से अधिक लोगों को निकालना पड़ा

इस आग ने कई घरों और होटलों को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय अधिकारियों और दमकल विभाग ने पुष्टि की है कि कुछ घरों को नुकसान हुआ है, हालांकि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।


H2: दमकलकर्मियों का संघर्ष, एथेंस से भी भेजी गई टीम

230 से अधिक फायरफाइटर, 46 दमकल वाहन, और हेलिकॉप्टर आग पर काबू पाने में जुटे हैं। एथेंस से अतिरिक्त दल भी भेजा गया है।

फायर ब्रिगेड प्रवक्ता वासिलिस वथराकोयनीस ने कहा कि “इलाके में 9 ब्यूफोर्ट स्केल की तेज हवाएं चल रही हैं, जिससे आग बार-बार भड़क रही है और बचाव कार्य बाधित हो रहा है।”


H2: हजारों लोग बेघर, अस्थायी शिविरों में शरण

अधिकारियों ने बताया कि तीन बस्तियों को खाली कराया गया। कुछ लोगों को सांस की समस्या के चलते हेल्थ सेंटर्स में भर्ती किया गया है।

  • कई लोगों को ईरापेत्रा के इंडोर स्टेडियम में बनाए गए अस्थायी शिविरों में रखा गया है।
  • कुछ पर्यटकों को नावों से क्रेट छोड़ने के लिए कहा गया।

ERT चैनल ने आग पर पानी बरसाते विमानों और धुएं से घिरे इलाके के दृश्य दिखाए।


H3: जलवायु परिवर्तन बना मुख्य कारण

जुलाई को अक्सर ग्रीस में फायर सीजन का सबसे कठिन महीना माना जाता है, क्योंकि इस दौरान तेज गर्मी और हवाएं आग को फैलाने में मदद करती हैं।

वैज्ञानिकों का कहना है कि भूमध्यसागर क्षेत्र अब एक “वाइल्डफायर हॉटस्पॉट” बन चुका है।

  • तेजी से बदलते जलवायु पैटर्न के कारण अब आग अधिक विनाशकारी हो गई हैं।
  • तुर्की में भी हजारों लोग जंगल की आग से प्रभावित हुए हैं और यूरोप में हीटवेव के चलते कम से कम आठ मौतें हो चुकी हैं।

निष्कर्षतः:

क्रेट जंगल की आग न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुँचा रही है, बल्कि मानव जीवन और संपत्ति को भी संकट में डाल रही है। ग्रीस सरकार और राहत एजेंसियां मिलकर स्थिति को नियंत्रण में लाने की हर संभव कोशिश कर रही हैं।