पीलीभीत बाघ का आतंक
पीलीभीत बाघ का आतंक

रायपुर / ETrendingIndia / Terror of man-eating tiger in Pilibhit, Uttar Pradesh/ पीलीभीत बाघ का आतंक , उत्तरप्रदेश के पीलीभीत में बाघ का खौफ छाया हुआ है। पिछले 24 घंटे में तीन हमले हुए है। एक महिला की मौत हुई है।

आदमखोर बाघ ने पिछले 24 घंटों के भीतर पीलीभीत के न्यूरिया थाना क्षेत्र में तीन हमले किए।

इनमें मडरिया गांव की Trishna (50) नामक महिला की मौत हुई, जबकि सहजनिया गांव में Meena (50) और एक युवक घायल हुए।

रात में बाहर निकलना तो दूर, खेतों में काम करने की इच्छा तक नहीं होती।

पिछले दो महीनों में पीलीभीत में बाघ ने 6–7 लोगों की जान ले ली है — विशेष रूप से किसान और ग्रामीण।

क्षेत्रीय विधायक और ग्रामीण कह रहे हैं कि बाघ को तुरंत पकड़ा जाए, नहीं तो वे धरने-प्रदर्शन करेंगे।

वन विभाग ने हाथियों, ड्रोन, अतिरिक्त कैमरा ट्रैप्स और टीमों के माध्यम से तलाशी तेज की है।

वन विभाग का अनुमान है कि यही वही बाघ (संभवतः एक मादा) पिछले कई हमलों का जिम्मेदार हो सकता है।

पीलीभीत में बाघ का आतंक एक मानवीय-वन्यजीव संघर्ष बन चुका है, जहाँ बाघ की संख्या और मानव की आबादी दोनों बढ़ रही हैं।

वन विभाग, प्रशासन, और स्थानीय समुदाय को मिलकर एक संतुलित रणनीति विकसित करनी होगी—एक ओर मानव सुरक्षा और दूसरी ओर वन्यजीव संरक्षण।